विदूषी उपाध्याय ने उत्तराखंड का नाम किया रोशन , जानिए खबर
देहरादून। कोलंबियन सरकार द्वारा आयोजित स्पेनिश भाषा पहल के अंतर्गत विदूषी उपाध्याय ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। इस होनहार बालिका का चयन एले फोकाले प्रोग्राम की पहल में हुआ है। भारत में यह प्रोग्राम एलेएशिया के नाम से लांच हुआ है, जिसकी इस साल यह दूसरी इकाई है। देश भर से चयनित छह छात्रों में विदूषी उत्तराखंड की एकलौती छात्रा है। इस प्रोग्राम के तहत कोलंबियाई सरकार की तरफ से पूर्व एशिया-लैटिन अमेरिका सहयोग में आने वाले देशों के 60 पर्यटक मार्गदर्शक, स्नातक व स्नातक कर रहे बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। प्रोग्राम के जरिए कोलंबिया सरकार पूर्व एशियाई देशों के साथ आपसी समझ, राजनीतिक वार्तालाप व दोस्ताना व्यवहार को बढ़ावा देना चाहती है। जेएनयू से स्पेनिश भाषा से ही स्नातक की पढ़ाई कर रही विदूषी उपाध्याय नेहरूग्राम की रहने वाली हैं, वह आगे पीएचडी कर सिविल सर्विसेज की तैयारी करना चाहती है। विदूषी का कहना है कि इस यात्रा में उसके माता-पिता का बहुत योगदान रहा है, माता नर्मदा उपाध्याय व पिता संजय उपाध्याय का जिनकी कड़ी मेहनत और सहयोग के बलबूते पर ही आज वह इस मुकाम तक पहुंची है। हाल
ही में विदूषी सर्वांतिस की तरफ से आयोजित फाउंडेशन ऑफ स्पेनिश लेंग्वेज के तहत दो हफ्ते का कोर्स करने के लिए स्पेनिश दूतावास की तरफ से मिलीछात्रवृत्ति से स्पेन गईं थी। एले फोकाले (स्पेनिश-एक विदेशी भाषा के रूप में) पहल का आरंभ साल 2012 में हुआ था, इस साल कोलंबियाई सरकार ने नए नियमों के अनुसार छात्रों का चयन किया है। इन नियमों के तहत छात्रों को 17 हफ्ते का स्पेनिश कोर्स कोलंबिया की विख्यात विश्विद्यालयों में करने का अवसर मिलेगा। जिसमें उन्हें हर हफ्ते कमसे कम 15 घंटे की क्लास अटेंड करनी पड़ेगी। साथ ही कोलंबिया की संस्कृति को बारीकि से समझने के लिए उन्हें कमसे कम हर हफ्ते 10 घंटे वाल्यूंटियरिंग का कार्य करना होगा। कोर्स खत्म होने के बाद उन्हें स्पेनिश भाषा के लिए अंतरराष्ट्रीय मूल्यांकन सेवा एसआईईएलई का एग्जाम देने को मौका मिलेगा जिसके बाद छात्रों को स्पेनिश भाषा के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र दिया जाएगा।