विद्यालयों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र प्रारम्भ हो : रावत
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विद्यालयों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र प्रारम्भ करने को कहा है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में शिक्षा का बेहतर वातावरण बनाने के लिये विद्यालयों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति में शीघ्रता आवश्यक है। उन्होंने वर्तमान में प्रभारी प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत अध्यापकों को तदर्थ रूप से नियुक्त करने के साथ ही इन्हें प्रधानाचार्य के वेतन सहित सभी प्रशासनिक अधिकार प्रदान करने की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने निर्देश दिये कि इस संबंध में नियमावली के तहत अन्य जो भी रियायत प्रधानाचार्यों की नियुक्ति आदि के लिये दी जा सकती हो वह दी जाए। इसके लिये उन्होंने मुख्य सचिव व अपर मुख्य सचिव को कार्यवाही हेतु निर्देश दिए हैं। सचिवालय में राजकीय प्रधानाचार्य एशोशियेशन उत्तराखण्ड की समस्याओं के संबंध में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिये कि प्रधानाचार्यों के बिना विद्यालयों में शिक्षा का वातावरण प्रभावित हो रहा है। उन्होंने इसके लिये प्रभारी के रूप से नियुक्त प्रधानाचार्यों को तदर्थ रूप से नियुक्त करने तथा उन्हें प्रधानाचार्यों का वेतन सहित अन्य सभी अधिकार प्रदान करने के संबंध में शीघ्र कार्यवाही करने को कहा है। उन्होंने विद्यालयों में सफाई सहायक की नियुक्ति तथा प्रधानाचार्यों को कार्यालय व्यय आदि के लिये धनराशि उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में पढ़ाई का वातावरण बनाने में प्रधानाचार्यों सहित सभी अध्यापकगण सहयोग करें। उनकी समस्याओं के समाधान के लिये हर संभव प्रयास किये जायेंगे। मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद राजकीय प्रधानाचार्य एशोशियेशन के प्रतिनिधि अपनी समस्याओं के समाधान से संतुष्ट नजर आये तथा इसके लिये उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताया है।