शीशम के हरे-भरे पेड़ों पर वन तस्करों ने चलाई आरी
हरिद्वार। बढ़ती ठंड के साथ हरे भरे पेड़ों के कटान का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। रात में कड़ाके की ठंड शुरू होते ही वन तस्कर भी सक्रिय हो रहें हैं और लगातार हरे पेड़ों पर आरियां चलाकर साफ कर रहे हैं। वन विभाग और उद्यान विभाग भी मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रही है। विगत दिनों वन माफियाओं ने लगातार हरे शीशम के पेड़ पर हाथ साफ कर दिया। कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने खाना पुर्ति करते हुए आरोपियों को थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया। ऐसे में वन माफियाओं के होंसले बुलंद हैं। गौरतलब है कि ठंड शुरू होते वन तस्कर सक्रिय हो गए हैं। बागों और खेतों में खड़े हरे भरे पेड़ों पर वन तस्करों की आरियां चल रही हैं। चोरी-छिपे रात के अंधेरे का फायदा उठाकर तस्कर पेड़ों का सफाया कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला पथरी थाना क्षेत्र के बहादुरपुर जट गांव का सामने आया है। जहां वन तस्करों ने रात में शीशम के पेड़ों पर आरियां चला डाली। जानकारी के अनुसार मंगलवार की देर रात्रि पथरी थाना क्षेत्र के ग्राम बहादरपुर जट में अंधेरे के बीच वन तस्कर खेत में घुसे और यहां खड़े हरे भरे पेड़ों को काट डाला। बताया जा रहा है कि शीशम के तीन पेड़ों को तस्करों ने काट दिया। रातों रात पेड़ कटने से वन विभाग के रात्रि गश्त की भी पोल खुलकर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि वन तस्करों ने खेत में खड़े तीन हरे-भरे शीशम के पेड़ों को काटने के बाद ठिकाने लगा दिया है। जिन्हें बेचकर मोटा मुनाफा कमाया जाएगा। बताते चलें कि बीते सप्ताह भी कोतवाली ज्वालापुर के सराय क्षेत्र स्थित कब्रिस्तान में खड़े शीशम के पेड़ काट दिए गए थे। पेड़ काटते हुए पुलिस ने दो लोगों को पकड़ लिया था। मुकदमा दर्ज करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। जिन्हें बाद में कोतवाली से ही जमानत दे दी गई थी। अब फिर से शीशम के पेड़ काटने का मामला सामने आया है। वन विभाग के क्षेत्राधिकारी दिनेश नौटियाल का कहना है कि शीशम के पेड़ों के काटने के मामला सामने आया है। जांच की जा रही है। सबूत मिलने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।