श्रद्धा से मनी अनंत चर्तुदशी, जैन मंदिरों में उमडे़ श्रद्धालु
देहरादून | परम पूज्य 108 मुनि श्री विबुध्द सागर जी एवम 105 क्षुल्लक श्री समर्पण सागर की परम सानिध्य में दिगम्बर जैन समाज की ओर से मनाए जा रहे दशलक्षण पर्व के अंतिम दिन रविवार को सभी जैन मंदिरों में अनंत चतुर्दशी पर्व मनाया गया। अनंतनाथ भगवान की पूजा की गई। विभिन्न मंदिरों में भगवान का कलषाभिषेक किया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचे। जैन समाज के लोगों ने व्रत रखा और व्रत पूरे होने पर अनेक श्रद्धालुओं ने उद्यापन किया। इसके तहत मंदिरों में प्रात:काल जाप, अभिषेक, वृहद शांतिधारा, नित्य नियम पूजन किया गया। इस मौके पर प्रवचन भक्ति में मुनि श्री जी ने कहा कि समस्त धर्मों का राजा ऐसा ब्रह्मचर्य धर्म है ब्रह्मचर्य अथार्त ब्रह्म स्वरूप आत्मा में चर्या करना लीन होना उसका आस्वादन करना वह वास्तविक उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म है। उत्तम ब्रह्मचर्य सभी जीव अपने अंतरंग में धारण करें जो भी आयु में अपने से बड़ी स्त्रियां हैं उन्हें माता के समान अपने समान आयु की स्त्रियों को बहन के समान तथा अपने से छोटी स्त्रियों को बेटी के समान देखना चाहिए |
मुख्य लड्डू चंद्रसेन जैन विनोद कुमार जैन जी ने चढ़ाया
इस अवसर पर दोपहर को धर्मशाला प्रांगण में भव्य पालकी यात्रा तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम एवम पारणा महोत्सव सौरभ सागर सेवा समिति द्वारा किया गया। सभी श्रद्धालुओं ने पूरी भक्ति के साथ अनंत चतुर्दशी कार्यक्रमों का आनंद पूर्वक पुण्यार्जन किया। इस अवसर पर जैन भवन मंत्री संदीप जैन कहां की 21 सितंबर सुबह 9:00 बजे क्षमावाणी महापर्व जैन मिलन देहरादून के तत्वाधान में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी मधु सचिन जैन ,हर्ष महामंत्री आशीष जैन अर्जुन जैन (सयोजक) अमित जैन अजित जैन नरेश चंद जैन सचिन जैन ममलेश , सुनील ,सुखमाल जैन आदि मौजूद रहे।