सीएम कोई राजा-महाराजा नहीं बल्कि जनता का सेवक होता है : हरीश रावत
देहरादून। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में शिक्षिका से हुई अभद्रता के विरोध में कांग्रेस नेताओं द्वारा गांधी पार्क में धरना दिया गया। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि सीएम महाराजा या राजा नहीं बल्कि जनता के द्वारा चुनेे गए जन सेवक हैं। उनको जनता की मीठी-कड़वी सभी बातें धैर्य और शांति से सुननी चाहिए। सीएम दरबार में शिक्षिका से हुई अभद्रता मामले में कांग्रेस के दिग्गज नेता धरने पर बैठे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पर मातृ शक्ति के अपमान का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपनी बात से पलट रही है। जहां पहले बीजेपी शिक्षिका पर कांग्रेस के बहकावे में आकर सीएम दरबार में हंगामा करने का आरोप लगा रही थी। तो वहीं अब बीजेपी कह रही है कि शिक्षिका को कांग्रेस शासन में भी सेवा समाप्ति का नोटिस जारी हुआ था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पार्टी का इस मुद्दे पर तब तक आंदोलनरत रहेगी, जब तक सीएम महिला शिक्षिका से हुए इस बर्ताव के मामले में माफी नहीं मांगते। वहीं, शिक्षिका पर बीजेपी विधायक मुन्ना सिंह चैहान द्वारा लगाए गए आरोपों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बीजेपी को इस मामले से बचने के लिये कोई बहाना नहीं मिल रहा है। इसलिए अब वो बेबुनियादी आरोप लगा रही है। सूर्यकांत धस्माना ने ये भी कहा कि एक तरफ राज्य के शिक्षामंत्री पीड़ित शिक्षिका से माफी मांग रहे हैं और दूसरी तरफ उनकी पार्टी के विधायक शिक्षिका पर आरोप लगा रहे हैं।