सीएम रावत ने भूतपूर्व सैनिकों की समस्याओं को सुना
न्यू कैंट रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार को भूतपूर्व सैनिक एवं अर्द्ध सैनिक बलों के साथ आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस दौरान सभी भूतपूर्व सैनिको से मुलाकात की। उन्होंने सभी भूतपूर्व सैनिकों की समस्याओं को सुना। साथ ही राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में भूतपूर्व सैनिकों की अहम भूमिका है। उनके कल्याण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री रावत ने राज्य के विकास व सैनिक कल्याण के लिए भी भूतपूर्व सैनिकों से सुझाव मांगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों के शौर्य, साहस एवं वीरता से हमारे प्रदेश का नाम समूचे देश में गौरव से लिया जाता रहा है। हम नत मस्तक है ऐसे वीर शहीदों के साहस एवं शहादत पर जिन्होने अपनी जान की परवाह न करते हुये अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुये देश के लिये अपने प्राणो की आहूती दी। राज्य सरकार अपने ऐसे वीर शहीदों के योगदान को कभी भूल नही सकती है। हमारी सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों एवं शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण के लिए सर्वाधिक कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई है। उन्होने कहा कि अर्द्ध सैनिक बलों के भूतपूर्व सैनिकों हेतु अलग से विभागीय ढांचा तैयार किया गया है इस हेतु 2 करोड़ रूपये की धनराशि भी जारी की गई है, एवं जल्द ही निदेशक एवं उपनिदेशक की तैनाती की जायेगी। इसमें उपनिदेशक पद पर महिला की तैनाती की बात कही। उन्होने कहा की वाहन की खरीद पर वैट की छूट देने के सम्बंध में आगामी बजट में इस बात का ध्यान रखा जायेगा। भूतपूर्व सैनिकों की जिलाधिकारी की अध्यक्षता में त्रिमासिक बैठक का आयोजन किया जायेगा। उन्होने प्रत्येक जनपद में सैनिकों एवं भूतपूर्व सैनिकों के मामलों के निस्तारण हेतु अपर जिलाधिकारी को निर्देशित करने का निर्देश मुख्य सचिव को दिये। उन्होने कहा कि वार मैमोरियल बनाने हेतु राज्य सरकार हर तरफ से तैयार है अगर केन्द्र सरकार इसमें मदद करती है तो उनका धन्यवाद देते है।