सीएम सरकार बचाने को झाड़-फूंक और टोटके पर उतर आए हैंः अजय भट्ट
देहरादून। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए बजट को चुनावी शिगूफा करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पिछले बजट का 50 प्रतिशत भी खर्च नहीं कर पाई है। अब छह-सात महीनों में सरकार इसे कैसे खर्च कर पाएगी। राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में अजय भट्ट ने सरकार द्वारा बजट में की गई घोषणाओं को हवाई और हकीकत से परे बताया। भट्ट ने कहा है कि भावनाओं की नाव पर सवार होकर कांग्रेस चुनाव में वैतरणी पार करना चाहती है, जिसकी इस बजट भाषण में कोई हकीकत नहीं है। कार्यकाल के अन्तिम दिनों में केवल अव्यवहारिक योजनाओं का ऐलान किया है। नान प्लान एवं गैर योजनागत व्यय की कोई रणनीति नहीं है और विकास कार्यों के लिए धनराशि किस प्रकार से पूरी होगी इसकी कोई योजना इसमें नहीं बनाई गई है अलबत्ता पिछले बजट भाषण में कही गई बातों से किनारा करते हुए नई कपोल कल्पित बातें कहीं गई है, जिससे विकास पूरी तरह से अवरूद्ध हो गया है। बजट में सबसे बड़ा झूठ कर रहित होने के बात कही गयी है, जबकि हाल ही में 15 दिन पूर्व तक सरकार ने खाने-पीने और पहनने की वस्तुओं पर कर लगा दिया है, और बजट में करमुक्त बजट की बात कही गयी है। सबके सामने उदाहरण है स्वास्थ्य सेवायें ध्वस्त हैं, मुख्यमंत्री की खुद की महत्वाकांक्षी योजना फ्लॉप हो गई है, इस स्वास्थ्य कार्ड को कोई भी हास्पिटल छूने को तैयार नहीं है। इस बजट में केवल और केवल केन्द्र द्वारा पोषित योजनाओं को अपना नाम देकर प्रचारित-प्रसारित करने का काम किया है जैसे स्किल डपलमैन्ट, डेरी विकास, जैविक खेती, खाद्य प्रसंस्करण, महिला उत्थान, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, मुद्रा ऋण योजना जिसमें अल्पअवधि में 1 लाख 15 हजार करोड़ का ऋण वितरित हो गया है, जिसकी लाभार्थी 75 प्रतिशत महिलायें हैं, क्योकि राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार की नकल करने का विफल प्रयास किया है, इस बजट भाषण से भारतीय जनता पार्टी की यह बात प्रमाणित हो गई है |