सीएम हरीश रावत ने पर्यटको से की मुलाकात, चाय का उठाया लुफ्त
देहरादून/नैनीताल। अलविदा होते साल के दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सरोवर नगरी पहुंचे। नये साल का जश्न मनाने आये पर्यटकों एवं उनके परिजनों से मुख्यमंत्री ने मुलाकात कर उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। वहीं पर्यटकों को उत्तराखण्डी व्यंजनों एवं लोक गीत एवं लोक संगीत से भी रूबरू कराया। मुख्यमंत्री द्वारा पर्यटकों के बीच उत्तराखण्ड के श्यामखेत में उगायी गयी चाय की पत्तियों से तैयार की गयी कुल्हडों में दी गयी चाय का लुफ्त भी लिया। वहीं पर्यटकों ने मुख्यमंत्री के साथ पहाडी कटके की चाय के साथ ही पकौडी-रायता, पूए, बडा, सिंगल, आलू गुटखे व्यंजनों का आनन्द लिया। तैयार किये गये मंच पर कुमाऊंनी एवं गढ़वाली गायकों ने लोक गीत व लोक संगीत के जरिये पर्यटकों का मनोरंजन किया। वहीं उत्तराखण्ड के पारम्परिक वाद्ययंत्रों की प्रस्तुति भी संगीतज्ञों द्वारा दी गयी। रंग बिरंगे परिधानों में सजे होलियारो ने छोलिया नृत्य प्रस्तुत कर समा बांध दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्रीने कहा कि काफी पुराने समय से पर्यटक समय-समय पर उत्तराखण्ड का रूख करते रहे हैं। नैनीताल पर्यटन की जननी है, वहीं मसूरी पहाडों की रानी के रूप में विश्वविख्यात है। सरकार ने प्रयास किये हैं कि उत्तराखण्ड का हर शहर, कस्बा जिसका अपना पुरातन इतिहास है, पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाये। इस दिशा में सरकार ने काफी हद तक इस लक्ष्य में कामयाबी हासिल की है। जाते वर्ष 2015 के आंकडों को पेश करते हुए उन्होनें कहा कि इस वर्ष प्रदेश में लगभग 15 लाख पर्यटकों ने अपनी आमद दर्ज करायी है।रावत ने कहा कि हम आने वाले समय में सहासिक पर्यटन की दिशा में काम करने की योजना बना रहे हैं। प्रदेश में ऐरो स्पोर्टस, हैली हिम दर्शन, हाॅट एयर बैलून, माउण्टेन बाईकिंग, पैराग्लाडिंग की योजना पर काम कर रहे हैं। उन्होनें कहा कि अभी तक शिवपुरी, ऋषिकेश में ही रिवर राफ्टिंग हो रही थी। प्रदेश सरकार द्वारा पंचेश्वर, जौलजीवी, चन्द्रपुरी तथा पूर्णागिरी टनकपुर को भी रिवर राफ्टिंग कराये जाने के लिए चिन्हित किया है। हमारे प्रदेश में आने वाले पर्यटक यहाँ के वनों में निवास करने वाले गुलदार, लैपर्ड के साथ वक्त गुजारे, सैल्फी ले सके इसके लिए यहाँ के वन्य पार्कों में लैपर्ड सफारी की व्यवस्था भी की जा रही है। जीवन में पक्षियों एवं तितलियों से प्रेम करना अद्भुत है। इनकी संगत हमें ईश्वर से जोडती है। प्रदेश में तीन बटरफलाई पार्क तथा तीन वर्ड फैस्टिवल आयोजित करने की कार्य योजना सरकार ने तैयार की है। इसके साथ ही देहरादून में एक रैप्टाइल पार्क भी तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड अध्यात्म एवं ज्ञान की देवभूमि है और इस भूमि का योग विद्या से भी गहरा नाता रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए आने वाले वर्ष में प्रदेश सरकार द्वारा योग कुम्भ का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री ने पर्यटकों के साथ नैनी झील में नौकायन किया वहीं मल्लीताल से तल्लीताल के बीच रिक्शे की सवारी का भी आनन्द लिया। वाद्य यन्त्रों की सुर लहरी पर मुख्य मंत्री पर्यटकों के साथ थिरकते हुए भी नजर आये। विधायक एवं संसदीय सचिव सरिता आर्य ने बुके देकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम में विधायक हेमेश खर्कवाल, सदस्य मलिन बस्ती सुधार खजान पाण्डे, दायित्वधारी मंत्री मोहन गिरी गोस्वामी, अध्यक्ष आपदा प्रबन्धन प्रयागदत्त भट्ट, उपाध्यक्ष जलागम प्रबन्ध दिनेश कुंजवाल, मुख्य प्रधान सचिव राकेश शर्मा के अलावा मारूती साह, संतोष साह, मुन्नी तिवारी, गजाला कमाल, मुकेश जोशी, मौ0 नदीम, अजय साह, जहूर आलम, ललित पंत, जया बिष्ट, मौ0 अनवार, धर्मेन्द्र शर्मा, राम सिंह कैडा, केदार पलडिया, आयुक्त कुमायूं एएस नयाल, डीआईजी पुष्कर सिंह सैलाल, जिलाधिकारी दीपक रावत, प्रबन्धन निदेशक धिराज गब्र्याल, एसएसपी स्वीटी अग्रवाल, के अलावा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक सहित बडी संख्या में पर्यटक मौजूद थे।