सेना के जवानों के परिजनों से नहीं लूंगी परामर्श फीसः डाॅ. सुजाता संजय
देहरादून। आज भारतीय सेना और देश पर गर्व करने का दिन है। 18 साल पहले आज के दिन 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने कारगिल में तिरंगा लहराया था। तब से हर साल इस दिन को कारगिल विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है। डाॅ. सुजाता संजय स्त्री एंव प्रसूति रोग विशेषज्ञ संजय मैटरनिटी सेन्टर जाखन ने एक अनूठी मिसाल पेश करते हुए “कारगिल विजय दिवस” के अवसर पर घोषणा की है कि वह भारतीय सेना के जवानों के परिवार की महिलाओं को निःशुल्क परामर्श प्रदान करेंगी। डाॅ. सुजाता संजय ने अपने क्लिीनिक के बाहर सूचना चस्पा कर रखी है, उसमें लिखा है कि “फौजियांे की महिला परिजनों को परामर्श शुल्क देने की जरूरत नहीं है। आप हमारी फीस बार्डर पर दे चुके हैं”। डाॅ. सुजाता संजय का मानना है कि हमारे देश की रक्षा फौजी भाई बिना किसी संकोच और निस्वार्थ भावना से कर रहें है तो ये हमारा भी फर्ज बनता है कि हम उनके परिवार के स्वाथ्य की देखभाल सुनिश्चित करें। क्योंकि एक स्वास्थ महिला ही एक स्वास्थ समाज का निमार्ण कर सकती है। हम अपने देश की फौज के हमेशा ऋणी रहे हैं, और यह एक छोटा प्रयास है इस ऋण को चुकाने का डाॅ. सुजाता संजय के समाज के प्रति निस्वार्थ भाव से सेवा करने पर इन्हें 100 वूमेन अचीवर्स आफ इंिण्डया अवार्ड से भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि हर क्षेत्र में आज लड़कियों के कदम आसमान की बुलंदियों को छू रहे हैं। लोगों को बेटे और बेटियों में फर्क नहीं करना चाहिए, बल्कि जिस तरह समाज में बेटों को जो अधिकार दिए गए हैं, उसी तरह से बेटियों को भी अधिकार दिये जाने चाहिए। डाॅ. सुजाता संजय ने बताया है कि निशुल्क परामर्श पाने के लिये सैना के जवानों को सिर्फ अपना और परिवार का कार्ड लाना होगा