स्कूल हो रोशन इस लिए बिजली विभाग के कर्मचारियों ने दिया एक दिन का वेतन , जानिए खबर
औरंगाबाद | एकता में शक्ति होती है यह तो विदित है पर समाज की मदद पर यह एकता सुनहरा कार्यो में से एक है | महाराष्ट्र के इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कॉर्पोरेशन लिमिडेट (एमएसईडीसीएल) के कर्मचारियों ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। औरंगाबाद जिले के 35 मॉडल स्कूल में बिजली लाने के लिए यहां के कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन दान में दिया है। जानकारी हो की इन स्कूलों में बिजली का बिल भुगतान न हो पाने के कारण बिजली काट दी गई थी। जिले के ये 35 मॉडल स्कूल आईओएस सर्टिफाइड तो थे लेकिन यहां पिछले छह महीनों से बिजली नहीं थी। दो साल का बिजली का बिल बकाया होने के कारण इन स्कूलों में बिजली काट दी गई थी। एमएसईडीसीएल औरंगाबाद के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर ओमप्रकाश बकोरिया ने बताया कि उनके कर्मचारियों ने नेक काम के लिए अपने एक दिन का वेतन दान दिया है। जो वेतन उन लोगों ने दान दिया है उससे स्कूलों का बकाया बिजली का बिल भर दिया गया है। चूंकि ये स्कूल डिजिटल हैं, इसलिए यहां बिजली की बहुत जरूरत थी। एक अधिकारी ने बताया कि जिले में 2,000 स्कूल हैं जो जिला परिषद द्वारा संचालित होते हैं। इनमें से 150 स्कूल मॉडल हैं। इन मॉडल स्कूलों का सोमवार को 3.22 लाख का बकाया भुगतान कर दिया गया है और अब स्कूलों में वापस बिजली जोड़ने का काम शुरू हो गया है। स्कूलों के बिजली का बिल भुगतान करने की हमेशा समस्या आती है। ग्रामीण इलाकों के स्कूलों में बिजली न होना कभी खबर भी नहीं बनती है। सीईओ पवनीत कौर ने कहा कि एमएसडीसीएल विभाग के कर्मचारियों ने बहुत ही अच्छा काम किया है। वहीं शिक्षा विभाग में तैनात युवा आईएएस अधिकारी ने कहा कि बीते दो वर्षों में कोई भी प्रतिनिधि सामने नहीं आया न ही किसी संस्था ने स्कूलों में बिजली व्यवस्था बहाल करवाने के बारे में सोचा।