हरिद्वार में खनन बंद न किया तो होगा बड़ा आंदोलन
देहरादून।राजधानी में अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने हरिद्वार गंगा नदी में हो रहे अवैध खनन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक मंच पर आकर प्रदेश सरकार से तत्काल प्रभाव से खनन बंद किये जाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस दिशा में शीघ्र ही कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई तो सड़कों पर उतरकर जन आंदोलन किया जायेगा। उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में नेशनल बेसिन गंगा अथारिटी के पूर्व सदस्य रवि चोपड़ा ने कहा कि गंगा में खनन अवैध रूप से हो रहा है और इसे रोकने के लिए मौखिक रूप से आदेश दिये जा रहे हैं। इसका नोटिफिकेशन नहीं किया जा रहा है। एनजीटी के मानकों पर सरकार की ओर से किसी भी प्रकार के कार्य नहीं किये जा रहे हैं। अवैध खनन को बंद किये जाने की मांग को लेकर स्वामी शिवानंद ने जान की बाजी लगाई है। पिछले चार दिनों से उन्होंने जल का परित्याग किया हुआ है लेकिन इसके बाद भी सरकार की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इस अवसर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य समर भंडारी ने कहा कि सरकार को तत्काल प्रभाव से हरिद्वार में खनन को बंद करना चाहिए। सरकार को इस मामले पर त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए। स्वामी शिवानंद की आवाज को सुना जाना चाहिए और शीघ्र ही कार्यवाही की जानी चाहिए। हेमंत ध्यानी ने कहा कि मातृ सदन संस्था गंगा में हो रहे अवैध खनन के लिए आवाज बुलंद किये हुए है और गंगा संरक्षण के लिए आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन सरकार की ओर से अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। बीते दिनों मुख्यमंत्री हरीश रावत से एक प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की और ज्ञापन सौंपा तो उन्होंने कहा कि भोगपुर से रायवाला तक अवैध खनन पूर्ण रूप से बंद होगा, लेकिन इसके लिए अभी तक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। जून 2010 से यह मांग की जा रही है लेकिन कार्यवाही शून्य है। छह साल से कुंभ क्षेत्र का विस्तार भी नहीं किया गया है। गढ़वाल मंडल के कन्सल्टेंट वैज्ञानिक संस्था जीआरसी इंडिया ने भी इस क्षेत्र में अवैध खनन बंद किये जाने का अनुरोध किया। प्रेस वार्ता में उत्तराखंड अगेंस्ट करप्शन के केंद्रीय संयोजक संजय भट्ट , सुरेश नेगी भी उपस्थित थे |