हस्तशिल्प को बढ़ावा के लिए 15000 महिलाओं को दक्ष बनाया जायेगा
स्थानीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए 15000 महिलाओं को दक्ष बनाया जायेगा। राज्य के 15 ब्लाकों में यह योजना लागू करने के लिये भारत सरकार 30 करोड़ रूपये देगी। राज्य के लिये बनाई गई इस विशेष परियोजना को लागू करने का कार्य शुरू हो गया है। इसे महिला सशक्तीकरण और लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग से डवटेल किया जायेगा। मुख्य सचिव एन. रवि शंकर शुक्रवार को सचिवालय में भारत सरकार के टेक्सटाइल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। भारत सरकार के सचिव, वस्त्र मंत्रालय संजय कुमार पांडा ने बताया कि हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए सरकार अवस्थापना विकास पर 50 लाख रूपये, टूल किट के लिए 50 लाख रूपये, डिजायन और ट्रेनिंग के लिए 50 लाख रूपये और मार्केटिंग लिंकेज के लिए 50 लाख रूपये देगी। उन्होने बताया कि हैंडलूम, हस्तशिल्प, रेशम, ऊन और जूट के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उत्तराखण्ड में एकीकृत टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने के लिए सरकार सहयोग करेगी। बताया गया कि उत्तराखण्ड में काशीपुर में पहले से स्थापित टेक्सटाइल पार्क को पुनर्जीवित करने के लिए कार्य चल रहा है। बैठक में अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव महिल सशक्तीकरण राधा रतूड़ी, एमडी सिडकुल राजेश कुमार, सचिव प्राविधिक शिक्षा सुधांशु, अपर सचिव अक्षत गुप्ता सहित भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।