हैप्पी बर्थडे : राज्य की जनता को सीएम त्रिवेंद्र का विकास एवं सुशासन रूपी उपहार
देहरादून | उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आज अपना सीएम कार्यकाल के दौरान दूसरा जन्मदिन मना रहे है | इस अवसर पर सीएम त्रिवेंद्र को राज्य की जनता जहा बधाईया दे रही है वही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य के विकास में तीव्रता एवं मदद रूपी कार्यकुशलता से जनता को रिटर्न उपहार प्रदान किये हुए है | आसन रूपी शासन चलाने की कला कुछ ही शासको के अंदर होती है जिस तरह से आसन करने में धैर्य , वातावरण , एकाग्रता, शान्ति ,अनुशासन पथ पूरक होते है वैसे ही शासन चलाने के लिए यह सब बिन्दुओ की आवश्यकता होती है और यह सभी गुण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के शासन काल में दिखायी पड़ रही है | उत्तराखण्ड राज्य में अब तक जितने भी मुख्यमंत्री अपनी कार्यशैली से जनता के हित को लेकर योजनाओ को जमीनी माला पिरोया है उसमे अपने गतिमान कार्यकाल में त्रिवेंद्र सिंह रावत शीर्ष की श्रेणी में आते है | मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल की बात करे तो सबसे पहले अपने कार्यकाल के शुरुआती दौर से अब तक जिस तरह से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जनता के लिए मदद के हाथ बढाये है वह अब तक के मुख्यमंत्रियों से अलग ही रहा है | पुलिस विभाग को आपराधिक केस जाँच को लेकर फंड की कोई व्यवस्था नही थी जो अब त्रिवेन्द्र सरकार द्वारा इस पर फंड जारी कर एक अहम फैसला लिया गया | वही सीएम त्रिवेंद्र द्वारा जहां नैनीताल में सीएम ऑफिस खोले जाने के निर्णय से कुमायूं के लोगों को अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए देहरादून आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वही कुमायं की समस्याएं वहीं हल हो सकेंगी। जनता के बीच सीएम त्रिवेंद्र का यह कदम बहुत ही सराहा जा रहा है | अपने अब तक के कार्यकाल में त्रिवेंद्र सरकार राज्य की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर अनेक योजनाएं लायी है जो धरातल पर भी दिखाई दे रही है शिक्षा के क्षेत्र में सबसे अहम फैसला पूरे राज्य के स्कूलों में एनसीईआरटी किताबों को लागू करना रहा जिससे आम जनता को अपने बच्चों को शिक्षित करने में उन पर आर्थिक बोझ कम होगा यही नही प्राइवेट स्कूलो की फीस में मनमानी वृद्धि पर भी त्रिवेंद्र सरकार ने लगाम लगा रखी है जिस पर प्रदेश की जनता सरकार की भूरी भूरी तारीफ करने से नही थक रही है | राज्य में भ्र्ष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेकने को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत अनेक कड़े फैसले लिए है जिसका परिणाम भ्र्ष्टाचारियो के अंदर खौप के रूप में जनता के बीच दिखाई दे रही है | वर्तमान समय में सीएम त्रिवेंद्र का यह कड़ा फैसला कई भ्र्ष्टाचारियो को जेल का रास्ता दिखा चुका है | राज्य में बेरोजगारी को दूर करने को लेकर त्रिवेंद्र सरकार जहां अनेक विभागों में रोजगार प्रदान करने के लिए पद श्रीजीत कर रहे है तो वही कौशल योजना के तहत अनेक युवाओ महिलाओ को स्वरोजगार के दरवाजे भी खोले रहे है |
सीएम एप जनता के लिए बना वरदान
सोशल मीडिया और तकनीक के जरिए मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड जनता के साथ जनसंवाद में हमेशा सक्रिय हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनता से सीधे जुड़ने के लिए सीएम एप को को लॉन्च किया था। जनता के बीच लोकप्रिय होने पर जनता और खासकर युवा वर्ग सीएम एप को बहुत सराह रही है। विदित हो की लांच होने के कुछ माह के भीतर ही यह एप जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए जनता के बीच लोकप्रिय हो गया है। सीएम एप के लांच होने से जनता को उत्तराखण्ड के बहुत दूरस्थ गाँव और शहरों से अपनी शिकायतों को लेकर देहरादून आने की मजबूरी नहीं रह गयी है इससे जनता का समय और धन दोनों की बचत हो रही है |
फिल्म नीतियों से उत्तराखंड में शूटिंग एवं रोजगार का बढ़ना….
उत्तराखंड में हालिया एक वर्षो में फिल्म निर्माताओं का रुझान आवश्यकता से अधिक बढ़ा है कही न कही फिल्म, टी.वी.सीरियल, डाक्यूमेंट्री, वीडियो एलबम आदि का उत्तराखंड में शूटिंग का बढ़ना त्रिवेंद्र सरकार की फिल्म नीतियों एवं उनकी योजनाओ का नतीजा दिख रहा है | यही नहीं त्रिवेंद्र सरकार द्वारा फिल्म की शूटिंग के लिये शुल्क नही लेने का भी निर्णय लिया गया है | देश के अधिक से अधिक फिल्म निर्माता उत्तराखण्ड में शूटिंग की सुविधाएं एवं नैसगिृक सौन्दर्य देखकर उत्तराखण्ड में फिल्मों का निर्माण कर रहे है | यही नहीं इस कदम से उत्तराखंड के स्थानीय कलाकारों को रोजगार प्राप्त होने का अवसर भी प्रदान हो रहा है जो एक कलाकार के लिए अमृत के समान है |
उत्तराखण्ड इंवेस्टर्स समिट से राज्य को मिली नई दिशा
उत्तराखंड राज्य में इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया है। उत्तराखंड में निजी क्षेत्र के उद्योगपतियों को निवेश के अनुकूल माहौल देने के लिए राज्य सरकार ने इस समिट का आयोजन किया था | इस समिट में देश के औद्योगिक क्षेत्र के दिग्गजों के अलावा कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए उत्तराखंड के गठन के बाद से पहली बार राज्य में निवेशक सम्मेलन का आयोजन हुआ यही नहीं इस सम्मेलन में इस साल चेक गणराज्य और जापान साझेदार देशों के रूप में हिस्सा लेने के साथ औद्योगिक क्षेत्रों के 500 से अधिक प्रतिनिधि भी इस समिट में हिस्सा लिए | उत्तराखंड में हुए इस डेस्टिनेशन इन्वेस्टर्स समिट में एक लाख 24 हजार करोड़ रुपयों के निवेश पर निवेशक और सरकार के बीच समझौता हुआ था. इस समझौते को धरातल पर उतारने के लिए सरकार अब हर तरह से प्रयास कर रही है. इसमें राज्य सरकार के करीब 200 करोड़ रुपयों के निवेश पर कार्य शुरू हो चुका है. जनवरी 2019 तक राज्य में 15 सौ करोड़ रुपयों तक का निवेश आने का सरकार की प्राथमिकता भी है .राज्य में 7-8 अक्टूबर को हुए डेस्टिनेशन इन्वेस्टर्स समिट में देश-विदेश के 600 से अधिक निवेशकों ने उत्तराखंड में 9 सेक्टर्स में निवेश करने का समझौता सरकार के साथ किया था विदित हो की सरकार के इस कदम से प्रदेश में निवेशक और बढ़ेंगे, जिससे पहाड़ के पलायन में भी कमी आएगी |