बिहार की तर्ज पर यूपी में भी महागठबंध्न
लखनऊ। बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश विधनसभा चुनाव में महागठबंध्न की कवायद शुरू हो गयी है। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव भाजपा और बसपा को छोड़कर सभी दलों को एक मंच पर लाने की फिराक में है। गौरतलब हो कि रजत जयंती समारोह में ही मुलायम सिंह यादव अन्य दलों के प्रमुऽ नेताओं की मौजूदगी में ही महागठबंध्न की घोषणा करने वाले थे। रजत जयंती समारोह पर जनता परिवार को एक मंच पर लाकर मुलायम सिंह ने संभावित महागठबंध्न के संकेत तो दे दिए लेकिन इस बात को तब और बल मिला जब 4 नवंबर की शाम कांग्रेस के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बीच करीब 6 घंटे तक लंबी मीटिंग हुई। इस बैठक में शिवपाल यादव भी मौजूद रहे। इससे माना जा रहा है कि महागठबंध्न अंतिम दौर में हैं। गौरतलब है कि प्रशांत किशोर इससे पहले भी 01 नवंबर को दिल्ली में शिवपाल सिंह यादव और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से भी मुलाकात कर चुके हैं। प्रशांत की शिवपाल यादव से मुलाकात जेडीयू सांसद केसी त्यागी ने कराई थी। दूसरी तरपफ प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया ने उत्तर प्रदेश में किसी भी पार्टी से गठबंध्न करने से सापफ इन्कार किया है। राजबब्बर ने स्पष्ट भी किया है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस के प्रतिनिधि नहीं हैं वह हमें केवल सलाह दे सकते हैं। दरअसल सपा के रजत जयंती समारोह में शामिल होने आये नेता लऽनऊ के होटल ताज में ठहरे थे। उन्हीं के साथ कांग्रेस रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी शुक्रवार की रात इसी होटल में ठहरे।