भारत में आजादी के बाद 71 साल में तूफान-बाढ़ जैसी आपदाओं से हुआ नुकसान
नई दिल्ली | केरल में आई बाढ़ ने एक बार फिर तबाही मचाई है। 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वैसे देश में आजादी के बाद से सबसे ज्यादा मौतें सूखे के कारण हुई हैं। जानकारी हो की तूफान, जैसी आपदाओं ने हमें कितना नुकसान पहुंचाया है।10 से ज्यादा मौत तो आपदा मानते हैं 70 हजार करोड़ रु. का नुकसान होता है प्रतिवर्ष देश में मौसम की अति से। 80% चीजों का बीमा नहीं होता। 100 से ज्यादा लोग प्रभावित होते हैं किसा प्राकृतिक घटना में या ऐसी घटना में 10 लोगों की मौत हो जाती है तो इसे आपदा कहा जाता है। 283 बार बाढ़ आई आजादी के बाद से 70,343 लोगों की जान गई ओर 3,78,950 करोड़ रु. का नुकसान हुआ | बाढ़ ऐसी दूसरी प्राकृतिक आपदा है, जिसमें सबसे ज्यादा जनहानि और संपत्ति का नुकसान होता है। सूखा सबसे ज्यादा खतरनाक: स्वतंत्रता के बाद सूखे से 15 लाख भारतीयों की मौत हुई है जो बाकी सभी किस्म की आपदाओं बाढ़, तूफान, भूकंप, तेज गर्मी, महामारी और भूस्खलन से हुई कुल जनहानि (2.23 लाख) से सात गुना है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट के हाइड्रो मेटेरियोलॉजी हजार्ड डिविजन के प्रमुख सूर्य प्रकाश ने कहा कि बाढ़ से आर्थिक हानि लगातार बढ़ रही है और यदि इसके लिए पर्याप्त उपाय न किए गए तो और बढ़ता जाएगा।