सरकार ने मांगे मानी, अन्ना ने तोड़ा अनशन
अन्ना हजारे 23 मार्च से अनशन पर हैं और गुरुवार को इस अनशन का सातवां दिन था। उनके सहयोगी दत्ता अवारी ने बताया था कि अन्ना का वजन पांच किलोग्राम से ज्यादा घट गया है और अनशन की वजह से उनका रक्तचाप भी गिरा है। अन्ना हजारे ने अनशन तोड़ दिया है 7 दिनों तक चला अनशन। अन्ना का कहना है लोकपाल में सरकार जल्द निर्णय लेने की बात कह रही है। साथ ही सरकार ने राइट टू रिकाल और राइट टू रिजेक्ट के लिए चुनाव आयोग से बात करने का भी आश्वासन दिया है। वे आगे कहते हैं कि सरकार ने जल्द से जल्द इन मुद्दों पर कार्यवाही करने का आश्वाशन मिला है। मैं 6 माह तक का इंतजार करूंगा। यदि तब तक ये मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो सितंबर में फिर अनशन करूंगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अन्ना को पानी पिला कर यह अनशन तुड़वाया। इससे पहले आज सभी 292 अनशनकारियों को अन्ना हजारे के पास वाले मंच पर बुलाया गया था। बुधवार सुबह अन्ना ने समर्थकों और प्रेस को सरकार के ड्राफ्ट की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि सरकार ने 15 पृष्ठीय अस्पष्ट ड्राफ्ट भेजकर, उन्हें गुमराह करने की कोशिश की है। सरकार ने किसानों को खर्च पर डेढ़ गुना अधिक राशि देने की शर्त मानी, लेकिन यह नहीं बताया कि राशि किस तरीके से दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान को निर्धारित से कम दाम मिलता है तो सरकार भरपाई सुनिश्चित करे। वहीं, रामलीला मैदान में अन्ना हजारे का अनशन तुड़वाने पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर एक आंदोलनकारी ने जूता फेंका। हालांकि जूता फडणवीस के न लगकर दूर जाकर गिरा। इसके बाद पुलिस ने आरोपी शख्स को हिरासत में ले लिया।