अग्नि आपदा पीडि़त घोषित हो राज्यः हरीश
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य के जंगलों में लग रही आग के मद्देनजर उत्तराखंड को अग्नि आपदा पीडि़त राज्य घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य में बारिश न होने के कारण हालात बदतर होते जा रहे हैं। पहाड़ों में वनाग्नि धधक रही है और जंगली जानवरों के साथ यह लोगों को भी निवाला बना रही है। ऐसे में केंद्र को त्वरित उपाय करते हुए राज्य को राहत प्रदान करनी चाहिए, ताकि लोगों के जीवन की रक्षा हो सके और बहुमूल्य वन संपदा को अधिकाधिक नुकसान होने से बचाया जा सके। हरीश रावत ने कहा कि राज्यपाल को पत्र लिखकर छः बिंदुओं पर विशेष रूप से ध्यान देने का आग्रह किया है, ताकि जंगलों में धधकती आग पर काबू पाने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि जंगलों की आग रिहायशी बस्तियों तक पहुंच चुकी है और लोगों की जान जा रही है। अपने घरों को बचाने के लिए लोग आग को बुझाने के प्रयास में लगे हैं और इसमें उनकी जान पर बन आ रही है। उन्होंने कहा कि आग बुझाने के लिए ग्रामवासियों की टुकडि़यां बनायी जानी चाहिए और इस टुकड़ी में शामिल ग्रामवासियों का बीमा भी कराया जाना चाहिए, ताकि अनहोनी की हालत में उनके परिवार के समक्ष भरण पोषण का संकट उत्पन्न न होने पाए। हरीश रावत ने कहा कि राज्य में केवल पांच जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है, जबकि हालात सभी जिलों में खराब नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सूखाग्रस्त क्षेत्र में मानकों में बदलाव के तहत बारिश आधारित सभी प्रकार की खेती को इसमें शामिल किया जाना चाहिए।