अच्छे लोग राजनीति में जरूर आए : त्रिवेन्द्र सिंह रावत
देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने को डीबीएस पीजी काॅलेज देहरादून में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 121वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने इस अवसर पर रक्तदान शिविर का भी उद्घाटन किया। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को श्रंद्धाजंलि देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि नेताजी ने कहा था कि तुम मुझे खून दो मै तुम्हें आजादी दूंगा परन्तु आज खून की आवश्यकता नहीं है। आज जरूरत है भ्रष्ट्राचार का समूल नाश किया जाय। यह नौजवानों का समय है। भ्रष्ट्राचार को समाप्त करने में युवा पीढ़ी की अहम भूमिका है। हमें वैध तथा अवैध में फैसला करना होगा। भटकाव की स्थिति से बाहर निकल कर क्या सही है तथा क्या गलत है का निर्णय करते हुए सच का रास्ता अपनाना होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा आजाद हिन्द सेना के सिपाही एम0 सिंह को सम्मानित किया गया।
युवाओ को राजनीति में भाग लेने का आहवाहन
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राजनीति में प्रदूषण का कारण है कि अच्छे लोगों का राजनीति से दूर रहना। यदि अच्छे लोग सब जगह नही आयेगे तो कोई ओर वहां आ जायेगा। काॅलेज की राजनीति व चुनावों से भी लोकतंत्र को सही दिशा मिल सकती है।
नौकरी की मानसिकता से बाहर सोचे
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि नौजवानों को सिर्फ नौकरी की मानसिकता से बाहर सोचने की जरूरत हैं। युवा उद्यमशीलता को अपनाये व उद्यमी बने। सरकार द्वारा स्टैण्डअप इण्डिया-स्टार्टअप इण्डिया, स्किल डेवलपमेन्ट प्रोग्राम, एमएसएमई नीति द्वारा युवाओं को उद्यमशीलता की ओर प्रोत्साहित किया जा रहा है।
भ्रष्ट्राचार को समाप्त करने में युवाओ की भूमिका
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भ्रष्ट्राचार का सबसे अधिक नुकसान समाज के निर्धन वर्ग तथा भावी पीढ़ी को उठाना पड़ता है। हमारे नई पीढ़ी ही भ्रष्ट्राचार को जड़ से समाप्त करने की सरकार की मुहिम को सफल बना सकती हैं। अभी तक सरकार द्वारा भ्रष्ट्राचार के मामलों में 14 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। मुख्यमंत्री ने बताया कि आज ही उन्हें टैक्स चोरी की शिकायत से सम्बन्धित एक मैसेज मिला। त्वरित कार्यवाही करते हुए मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए तथा जांच में लगभग 60 लाख की टैक्स चोरी पकड़ी गई।
आत्महत्या के प्रयास कायरतापूर्ण
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि समाज में आत्महत्या जैसी दुष्प्रवृतियों को बढ़ावा नही दिया जाना चाहिये। अभी तक लगभग 11 लोगों द्वारा आत्महत्या करने की धमकियां प्राप्त हुई है। राजनीतिक कारणों से आत्महत्या के प्रयासों का खुलेआम समर्थन अत्यधिक निन्दनीय है। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं से पूछा कि क्या आत्महत्या करने वालों को सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जानी चाहिए। छात्र-छात्राओं ने एकस्वर में कहा कि आत्महत्या जैसी दुष्प्रवृतियों हेतु बिलकुल भी किसी भी प्रकार आर्थिक मदद सरकारी खजाने से नहीं दी जानी चाहिए