अटल आयुष्मान का “सिस्टम” मरीजों पर भारीः जन संघर्ष मोर्चा
विकासनगर । जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जी0एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश भर में लागू की गयी अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना सराहनीय पहल है, लेकिन इसके कुप्रबन्धन के चलते मरीजों को समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। नेगी ने कहा कि अटल आयुष्मान योजना के तहत थोड़ी गम्भीर बीमारी में सबसे पहले सरकारी अस्पताल से रैफर कराना होता है, जिसके तहत मरीज उच्च स्वास्थ्य संस्थान में इलाज करा सकता है। सरकारी अस्पतालों में अत्यधिक भीड़ व अव्यवस्थाओं के चलते मरीज को रैफर कराना टेड़ी खीर साबित हो रहा है। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सरकार द्वारा हिडेन एजेन्डा (गुप्त रूप से) के तहत सरकारी चिकित्साधिकारियों को हिदायत दी गयी है कि सिर्फ और सिर्फ उच्च सरकारी सेंटर पर ही मरीज को रैफर किया जाये। अगर उत्तराखण्ड के उच्च सरकारी अस्पतालों की बात की जाये तो प्रदेश भर में बामुश्किल 8-10 ही अस्पताल हैं, जिनमें इलाज हो पाता है, लेकिन हर वक्त मरीजों की अत्याधिक भीड़ होने के कारण इलाज करना सम्भव नहीं हो पाता। मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए नेगी ने कहा कि सूत्रों के हवाले एवं अन्य जानकारियों के आधार पर ज्ञात हुआ है कि चिकित्सालयों एवं मरीजों की सांठ-गांठ से सरकार को चूना लगाया जाने का काम चल रहा है, जिस हेतु हाई पावर माॅनिटरिंग कमेटी के गठन की आवश्यकता है। नेगी ने कहा कि सरकार द्वारा इस योजना के तहत पैनल में लगभग 186 सरकारी व प्राईवेट अस्पताल शामिल हैं। इन प्राईवेट अस्पतालों की बात की जाये तो अधिकांश अस्पताल तय (अनुबन्ध) की गयी कीमतों पर इलाज करने में आनाकानी करते हैं तथा मरीजों से कीमतों का हवाला देकर अधिक रकम वसूलते हैं। मोर्चा शीघ्र ही समस्या में समाधान एवं इसकी विसंगतियों को लेकर शासन में दस्तक देगा। पत्रकार वार्ता में विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, ओ0पी0 राणा, श्रवण ओझा आदि उपस्थित रहे।