आंखों के आगे अंधेरा लेकिन छात्रों में ज्ञान का प्रकाश फैला रहे ब्रजभूषण
बेगूसराय | दूसराें को ज्ञान रूपी प्रकाश को प्रकाशित करने का कार्य शिक्षक द्वारा किया जाता है जी हां, लेकिन एक ऐसे शिक्षक हैं बरौनी-एक पंचायत स्थित मध्य विद्यालय के सहायक शिक्षक ब्रजभूषण सिंह। खुद देख नहीं सकते, इनके जीवन में आंखों के आगे हमेशा अंधेरा है, लेकिन छात्रों में ज्ञान का प्रकाश फैला रहे हैं। ब्रजभूषण सिंह को वर्ग कक्ष में जाने के लिए किसी सहारे की जरूरत नहीं होती है। बेंत की छड़ी उनकी हर राह को आसान बना देती है। बिहार विभाजन से पूर्व 1982 में पूरे राज्य भर में विकलांगता वर्ष मनाया गया था। उसी दौरान तत्कालीन बिहार सरकार के आदेश पर 40 प्रतिशत दृष्टि क्षमता वाले अंध विकलांगों की सरकारी सेवा में नियुक्ति की गई थी। ब्रजभूषण सिंह की धनबाद में 25 जुलाई, 1982 को शिक्षक पद पर नियुक्ति की गई। 1994 में जिला स्थानांतरण के तहत इनकी प्रतिनियुक्ति बेगूसराय जिले के बरौनी 01 पंचायत स्थित मध्य विद्यालय बरौनी 01 में हुई थी। शिक्षक सिंह काफी सरल एवं सहज ढंग से पढ़ाते हैं यह बात बोलते नहीं थकते है उनके पढ़ाये हुए छात्र । वह जो भी पढ़ाते हैं, वह उन्हें याद रहता हैं।