आंचल मौत मिस्ट्री : सीबीआई जांच से ही होगा दूध का दूध व पानी का पानी
तमाम सबूत के बावजूद आरोपी पति को नहीं किया गया गिरफ्तार
देहरादून। आंचल मौत मिस्ट्री के उलझने का पूरा श्रेय आंचल के परिजनों ने पुलिस प्रशासन को दिया है आंचल के परिजनों ने आंचल की मौत मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अब पुलिस पर इस मामले में भरोसा नहीं रह गया है। मामले की सीबीआई जांच कराकर दूध का दूध व पानी का पानी हो जायेगा। हल ही में पत्रकार वार्ता में आंचल के पिता अनिल कोहली, माता अंजुम कोहली व भाई अग्रिम कोहली ने कहा कि आज आंचल की मौत को दो माह हो गये हैं, लेकिन पुलिस ने अभी तक इस मामले में किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की है और लगातार उन्हें गुमराह किया जा रहा है। इस मामले के तमाम सबूत जो उनके पास थे सभी पुलिस को दिये जाने के बावजूद आज तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही न होने पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाती है। उन्होंने कहा कि मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। सीबीआई जांच की मांग को लेकर पीएमओ व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को पत्र लिखा गया है। गृह सचिव ने सीबीआई जांच का अनुरोध किया है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उनका कहना है कि पूर्व में राज्य के डीजीपी ने मामले की जांच एसआईटी के हवाले कर दी थी। एसआईटी इस मामले में विस्तृत जांच को आगे बढ़ा रही है और चर्चा है कि आंचल हत्याकांड की मेडिकल रिपोर्ट भी एसआईटी के सामने आ चुकी है लेकिन एसआईटी को इस मामले में कोई महत्वपूर्ण सुराग अब तक शायद नहीं मिल पाया है। उनका कहना है कि दो माह से आंचल की मौत एक राज बनी हुई है। इस अवसर पर आंचल के भाई अग्रिम कोहली ने कहा कि आंचल को इंसाफ दिलाने के लिए परिवार व उसके साथी हार मानने को तैयार नहीं है और इसके लिए मजबूत इरादे के साथ संघर्ष किया जायेगा। उनका कहना है कि आंचल हत्याकांड की सीबीआई जांच कराये जाने की मांग को लेकर परिवार व उनके करीबी शीघ्र ही मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत से मिलेंगे। उनका कहना है कि आंचल के पति राहुल पांधी के खिलाफ तमाम सबूत दिये जाने के बावजूद आज तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाती है। उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी 2017 को आंचल की उसके फ्लैट में रहस्यमय ढंग से मौत हो गई थी। इस पर आंचल के माइके वालों ने उसके पति व ननदों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में जांच आगे बढ़ती न देख कुछ युवाओं ने आंचल को इंसाफ दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर जबरदस्त आवाज बुलंद कर रखी थी। मामला डीजीपी एमए गणपति के सामने आया तो उन्होंने इस मामले की जांच एसपी देहात श्वेता चैबे को सौंपी है और उन्होंने ऐलान किया है कि सीबीआई की तर्ज पर इस मामले की विशेष जांच होगी तथा दावा किया कि डाॅक्टरों का विशेष पैनल बनाया गया लेकिन पैनल में डाक्टर ही नहीं थे, केवल फार्मासिस्टों को रखा गया। आंचल के पति का लाइडिटेक्टर व पाॅलीग्राफिक टेस्ट भी होगा। जिससे आंचल की मौत का राज सबके सामने आ सके। आंचल की मौत के मामले में डीजीपी द्वारा बड़ी जांच कराए जाने से साफ नजर आ रहा है कि इस हत्याकांड से जल्द पर्दा उठ सकता है और उसमें कौन कौन गुनाहगार शामिल थे इसका भी राज खुल सकता है। आंचल हत्याकांड की जांच एसआईटी करती आ रही है और इस मामले में अबतक कुछ लोगों से विस्तृत पूछताछ भी हो चुकी है तथा चर्चा है कि आंचल हत्याकांड की मेडिकल रिपोर्ट भी एसआईटी के पास आ चुकी है लेकिन संभवतः अभी तक एसआईटी के हाथ ऐसा कुछ नहीं लग पाया कि गुनाहगारों को बेनकाब किया जा सके।