आग की लपटों के बीच बैठी साघ्वी को देखने उमड़ा लोगो का हजूम
हरिद्वार । देश में शांति और सौहार्द कायम करने की मांग को लेकर जूना अखाड़े की माता गंगा गिरी ने धूने में आसन लगाकर तपस्या शुरु कर दी है। धूने के चारों ओर आग प्रज्जवलित है। भीषण गर्मी में आग की लपटों के बीच बैठी साध्वी की तपस्या को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। साध्वी के पास जाने और बात करने की किसी को अनुमति नहीं है। ताकि उनकी साधना में कोई विघ्न न हो सके। पश्चिमी उत्तरप्रदेश के शामली जिले में कैराना से हो रहे हिंदू परिवारों के पलायन से दुखी एक साध्वी हरिद्वार में गंगा किनारे अद्भुत तपस्या कर रही है। तपती गर्मी में यहां के सर्वानंद घाट के पास जूना अखाडे की साध्वी गंगा गिरी अग्नि तपस्या कर रही हैं। अपने आप की इस अनूठी अग्नि तपस्या में साध्वी गंगा गिरी अपने चारों ओर आग जला कर तपस्या कर रही है। कहा जाता है कि देश दुनिया में आने वाले कष्टों को संत अपने ऊपर ले लेते हैं और देश भर में फैल रहे धार्मिक उन्माद के चलते प्राणियों की क्षति ना हो.. इसीलिए साध्वी गंगा गिरी पंच धूने पर आग जलाकर अग्नि तपस्या कर रही हैं। साध्वी गंगा गिरी की तपस्या का उद्देश्य देश भर में एकता और भाईचारा फैलाना हैं और तपस्या कर के साध्वी गंगा गिरी ईऽार से इसकी कामना कर रही हैं। भरी दोपहर में पड रही तेज गर्मी के बीच जहां धूप में खडा होना भी मुश्किल है.. ऐसे में चारों ओर आग जला कर बीच में बैठना आसान नहीं है। ऐसे में साध्वी के दर्शनों के लिए भी लोगों की भीड जुट रही है। जूना अखाड़े के श्रीमहंत विनोद गिरी का कहना है कि संत महात्माओं को कठोर कदम उठाने के लिए विवश होना पड़ रहा है। क्योकि सरकारें दिशाहीन हो गई है। कैराना से हिंदू परिवारों का पलायन रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार को ठोस पहल करनी चाहिए। साथ ही घटना के दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर संत समाज एकजूट होकर देशव्यापी आंदोलन करने के लिए विवश हो जायेंगे।