आज भी ज़िंदा है शक्तिमान !
विदित हो की उत्तराखंड राजनीति में हलचल पैदा करने वाला शक्तिमान घोड़े को भाजपा रैली के दौरान घायल कर दिया गया था जिसके कुछ उपरान्त उसकी इलाज के बाद मौत हो गई | शक्तिमान को लेकर उसके मौत के पूर्व में जो राजनीति चल रही थी वह आज भी जारी है | अब शक्तिमान के मूर्ति स्मारक को लेकर जो राजनीति चल रही है उससे तो यही प्रतीत होता है की उत्तराखंड की राजनीति में आज भी ज़िंदा है शक्तिमान | वही मुख्यमंत्री के प्रवक्ता/मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने भाजपा नेताओ द्वारा शक्तिमान को लेकर की जा रही बयानबाजी पर पलटवार करते हुए कहा है कि शक्तिमान को लेकर भाजपा को कोई भी बयानबाजी बिना मेनका गांधी जी से पूछे बिना नही करनी चाहिए। कुमार ने कहा कि एक निरीह प्राणी की मौत के लिए जिम्मेदार लोग शक्तिमान को लेकर राजनीति कर रहे है। ऐसी राजनीति से बचना चाहिए। भाजपा नेताओं के कु-कृत्य के कारण अपनी ड्यूटी करते हुए शक्तिमान की जान गई है। उसकी मौत के लिए जिम्मेदार लोग अब राजनीतिक बयानबाजी कर रहे है। ऐसे लोगो व ऐसी पार्टी जो निरीह प्राणी के मौत के जिम्मेदार हो, उनको इस तरह के आरोप लगाने का अधिकार नही है।