आरक्षण हो पर जाति से नहीं आय से – केजरीवाल
गुजरात में आरक्षण को लेकर चल रही महासंग्राम में अब केजरीवाल भी कूद पड़े है | कुछ ही समय में गुजरात सरकार के हाथ पाँव फुला देने वाले आरक्षण आंदोलनकारी हर्षित पटेल ने कहा की हमे हमारा हक मिलना चाहिए हम इसे लेकर रहेंगे | परन्तु किसी भी आरक्षण की माँग को सही या गलत ठहराने में दोनों मत हावी है | केजरीवाल इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा की आरक्षण हो पर जाति से नहीं आय से | हर जाति में अमीर भी होते है और गरीब भी पहला हक गरीब का होना चाहिए न की जाति की श्रेणी का | केजरीवाल ने कहा की इसी तरह शिक्षा में भी आरक्षण को इण्टर के बाद लागू नहीं करनी चाहिए जो छात्र आर्थिक रूप से कमजोर हो उसे ही आरक्षण मिले चाहे वह किसी भी जाती का क्यों न हो |
O.K. Only One leader atleast speakes something on Reservation,As I am belongs to Brahman community we always have been in favor of Reservation should be on economics bases to every cast should imnediately stop in India or BJP PM should provide good quality of educations through Government Schools,After that Government must increases the No.of Colleges of MBA, MEDICAL,ENGINEERING & IIT and must less fees @ by 1/4 rather then PM minister just increading the budget on his foreign tours and all amenities to his and his ministers after this nobody will demand of reservation in India.
माननीय केजरीवाल के विचार स्वागत योग्य है, में इस विचार से पूरो तरह सहमत हूँ, भारत को स्वतंत्र हुए 70 वर्ष हो चुके है पिछड़े अवम दलित वर्ग को आरक्षण का लाभ 70 साल स मिल रहा है अन्य वर्गों के नागरिकों में लाभ न मिलने की कुंठा जन्म से ही शुरू हो जाती हैI ऐसा लगता है उन्होंने सवर्ण जाती में जन्म लेकर कोई अपराध कर लिया हैI
सरकार को या तो जाती के आधार पर आरक्षण को समाप्त कर केवल आर्थिक आधार पर आरक्षण लागु कर देना चाहिए I
अगर यह संभव न हो सके तो सभी वर्गों को उनकी जनसँख्या के आधार पर आरक्षण लागु करना चाहिए I
अगर इसमें भी समस्या है तो सभी तरह के आरक्षण ही समाप्त कर देने चाहिए
मेरा मानना है की राजनितिक पार्टियों को आरक्षण समाप्त करने की घोषणा अपने चुनावी घोषणापत्र में ही करनी चाहिए
I agree with Mr. Kejriwal. In fact I wanted his view regarding reservation since long. Anyway I am happy to Mr.Kejriwal has same view as mine.
This view of Kejriwal was since beginning. He has expressed it before as well.
This is some thing happening very nice. I feel it has been started by Hardik Patel but Kejriwals intervention can give it vety logical end.
I appreciate to Kejariwal ji,
We are required such type of prime minister.
Such thinking is appreciable.
Regards
Amit sohgaura
केजरीवालजी…केवल राय देने से कुछ हासिल नहीं होगा।इस देश तोड़ू व्यवस्था के विरुद्ध क्या कोई आंदोलन करने की भी योजना है या नहीं?
Agree
Reservation should be only in higher education according to based income.
Any no reservation in the jobs…..
आरक्षण एक गंभीर मुद्दा है और इसे जल्द ही निर्णय होना चाहिये नहीं तो बहुत ही अप्रिय घटना हो सकती है कुछ कहा नहीं जा सकता।
Mr kejariwal has disappointed the country by following the same path of populist policies like free and discounted stuff to the people.
As far as reservation is concerned I see it is easy to sort out if our concerns are not opportunistic, 1. Treat everyone equally and for that you have to eliminate the caste system- no discrimination, 2. Lets make education free and let every kid study in the school with similar facilities (kids of politicians, govt officers, actors, doctors, industrialist, farmers and everyone else) for education and let them study together.
Why reservation. Prove yourself and get job. Like we sindhis done. Improud of it. Our for fathers came india from pakistan They were rich there. Although they came with empty hands just because of a wrong decision of that time so called leaders. hence they prove themself. Today every one of india know. What sindhi person is. They have no reservation in any field.si dhis are a great part of indian economy. Jai bharat.
जातिगत आरक्षण जातियों की वजह से है आइये जाति व्यवस्था खत्म करें, अंतरजातीय विवाह करें,मंदिरों के पुजारियो एवं नगर निगम मे सफाईकर्मी के चयन की जातिविहीन राष्ट्रीय प्रणाली विकसित करें, सारी शिक्षा व्यवस्था शासकीय प्रणाली मैं लाने हेतु आंदोलन करें, देश के हर वर्ग के हर व्यक्ति को आर्थिक रूप से समानता मे लाने का आंदोलन करें। तभी हम सबके विचार उत्तम रहेंगे एवम सभी भारतीय सरनेम से जाने जाएंगे।
एक बार जिस परिवार में आरक्षण की सुविधा दे दी जाए उस परिवार में दुबारा किसी को आरक्षण न दिया जाए.
ठीक है आपकी बात मान ली जाएगी.
लेकिन रुकिए… लिस्ट जरा लंबी है.
एक बार जिस परिवार से मंदिर का पुजारी बन जाए दुबारा उस परिवार से न बने… एक बार जिस परिवार से मुख्यमंत्री बन जाए, दुबारा न बने… एक बार जिस परिवार से प्रधानमंत्री बन जाए, दुबारा न बने… और हाँ, सबसे जरुरी बात… एक बार जिस परिवार से जज बन जाए, दुबारा न बने.
बोलिए, मंजूर है ?
आरक्षण जब हजारो सालो से स्वर्ण ले रहे थे, महज 70 साल में ही हिल गए? आज भी दलितों को उनका हक नही दिया जाता। सम्मान जाति देखकर दिया जाता है तो आरक्षण भी जाति आधारित ही होगा। जिन्हें आपत्ति है वे पहले जाति व्यवस्था खत्म करे तब आर्थिक आरक्षण की बात करे। वरना सभी को आरक्षण मिले। जिसकी जितनी भागीदारी उतना आरक्षण ले। सरकार आंकड़े जातिगत पेश करे।
अगर ईमानदारी से आरक्षण खत्म करना है तो जाति व्यवस्था खत्म होगी पहले।
Kya Aarakshan kayam rakhnese Jati wyawastha nashta hogi ya ek nayi Bhedbhawpurna wyawastha Ka Janam hoga jisme Layak ko Darkinar karke Nalayak ko Pradhanya diya jata hai..Shiksha Ka Adhikar hone se sabhiko Shiksha Lena Possible hone ke karan sabhi ne Shiksha Graham karke apne balbutepe apni Pahachan banani chahiye naki kisika Haqq maarke..Aur Professional courses like Medical,Engineering, CA,LLB,Competitive Exams aadi mean Reservation honahi nahi chahiye anyatha kisi layak insaan ki Jindagi Barbaad ho jayegi aur Nalayak Desh chalayenge…Aur Jinhe apne Kaabliyat pea Shak hai WO Aarakshan jarur le…
5000 salo se aap log 100℅ reservation lete rhe ham bardashat krte rhe abi to 100 sal v nhi huye to aap sab ki kiu fatne lgi
Ager aap sab ko reservation chahiye to apni ladke ladkio ke rishte le kar chamaro aur balmiki ke ghar aao fir dekhte hai
Jai bhim
केजरीवाल जी,
कभी-कभार जातिवाद छुआछूत ऊँच-नीच को भी खत्म करने की सोचते तो शायद हम सब भी आपको सपोर्ट करते लेकिन तुम लोग ठहरे सवर्ण तुम लोग कभी जाति खत्म नही करोगे और न ही इस पर विचार विमर्श करोगे आरक्षण खत्म करने की सोचते हो हमेशा कभी हमारी तरह रह कर देखो कैसे रहते है हम लोग बिना मान सम्मान के।
सीधी बात पहले जाति खत्म करो फिर आरक्षण खत्म करना।
14% लोगो के लिए 86% लोगो के साथ खिलवाड़ अच्छा नही है ।।।
युवा जागरूक हो चुके है SC ST OBC के ।।।।
पहले जाति हटाओ ।।।।
sahi kaha g jassal bhai g