ईमानदारी की मिसाल वंदना एवं अंकित वर्मा
देहरादून। आज के इस दौर में ईमानदारी शब्द हस्याप्रद लगता है लेकिन इस वाक्यांश को निरंजनपुर देहरादून निवासी वंदना वर्मा एवं अंकित वर्मा ने गलत साबित करते है, पहचान एक्सप्रेस की स्वामी एवं प्रकाशक मीना यादव के भाई सत्यजीत यादव का मोबाईल विक्रम में सफर करते वक्त जेब से गिर गया जिसको उसी विक्रम में सफर कर रही वंदना वर्मा को मिला। मंहगे मोबाइल मिलने पर आज के इस दौर में किसी न किसी के उपर लालच हावी हो जाता है परन्तु वंदना वर्मा ने ईमानदारी करते हुए मोबाइल को अपने भाई अंकित वर्मा द्वारा सत्यजीत यादव को वापस किया। अंकित वर्मा ने किसी तरह सत्यजीत यादव के परिवार वालो का फ़ोन नं. प्राप्त कर खोये हुए मोबाइल वापस करके ईमानदारी का मिसाल कायम किया। अंकित वर्मा सीए के छात्रा है इस ईमानदारी पर अंकित के पिता विजेन्द्र का कहना है कि इस समय के दौर में ईमानदारी करके मेरे बेटे ने मेरा मानसम्मान और बढ़ा दिया मुझे इस पर गर्व है।