उत्तराखंड : एनटीपीसी और ओएनजीसी जनहित कार्यों में करेंगे मदद
देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुख्यमंत्री आवास में एनटीपीसी के चैयरमैन गुरदीप सिंह ने भेंट की। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि एनटीपीसी के जो प्रोजक्ट उत्तराखण्ड में चल रहे हैं, उनमें राज्य सरकार की ओर से पूरा सहयोग दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी के लोहारी नागपाला, चमोली के लता तपोवन एवं पिथौरागढ़ की खासियाबाड़ जल विद्युत परियोजनाएं एनटीपीसी एवं यूजेवीएनएल के संयुक्त उद्यम(ज्वाइंट वैन्चर) से चलाए जाने की ओर कदम बढ़ाए जाए। उन्होंने यह भी सनिश्चित करने को कहा कि जिन परियोजनाओं पर निर्माण कार्य आरम्भ हो रहे है, उन्हें निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाए। योजनाएं समय पर पूर्ण न होने के कारण इसकी लागत तो बढती ही है, उससे होने वाले लाभो का फायदा भी समय पर नही मिल पाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऊर्जा के उत्पादन में वृद्धि से देश एवं प्रदेश को फायदा होगा तथा रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में चल रहे हाइड्रो प्रोजक्ट जिन पर अभी कार्य चल रहे हैं एवं जो किन्ही कारणों से बंद हैं, उनके सम्बन्ध में नई दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ वार्ता हुई है। इन परियोजनाओं के संचालन पर केन्द्र सरकार का सकारात्मक सहयोग मिल रहा है। एनटीपीसी के चैयरमैन गुरदीप सिंह ने मुख्यमंत्री से शहर में इलैक्ट्रिक वाहनो का प्रयोग किये जाने पर चर्चा की। वाहनों से हो रहे वायु प्रदूषण में कमी लाये जाने के लिये भी मुख्यमंत्री ने इलैक्ट्रिक वाहनो के संचालन की दिशा में कदम बढ़ाये जाने की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने एनटीपीसी से बदरीनाथ के सौन्दर्यीकरण में भी सहयोग करने को कहा।एनटीपीसी के चैयरमैन गुरदीप सिंह ने इस संबंध में सहयोग का आश्वासन मुख्यमंत्री को दिया। इस अवसर पर सचिव ऊर्जा राधिका झा, एनटीपीसी के डायरेक्टर कमर्शियल ए.के.गुप्ता एवं एनटीपीसी के रीजनल एजीक्यूटिव डायरेक्टर के.के.सिंह उपस्थित थे। वही दूसरी तरफ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुख्यमंत्री आवास में ओ.एन.जी.सी. के सी.एम.डी. शशी शंकर ने शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने ओएनजीसी द्वारा जनहित से संबंधित कार्यों में दिये जा रहे सहयोग की सराहना की। उन्होंने सीएसआर के तहत ओएनजीसी से राज्य के पाॅलिटेक्निकलो के लिये तकनीकि सहयोग के साथ ही गौरीकुण्ड से केदारनाथ तक पैदल व घोडे-खच्चरों के लिये संपर्क मार्ग निर्माण में भी सहयोग की अपेक्षा की। ओएनजीसी के सीएमडी शंकर ने मुख्यमंत्री को ओएनजीसी द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने ओएनजीसी द्वारा संचालित महिला पाॅलिटेक्निक को राज्य सरकार के नियंत्रण में लिये जाने का भी अनुरोध किया।