उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल लाने वाला घोड़ा शक्तिमान नहीं रहा
देहरादून। उत्तराखंड की सियासत में भूचाल लाने वाला घोड़ा शक्तिमान नहीं रहा। इलाज के दौरान बुधवार शाम को शक्तिमान की मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि 14 मार्च को भाजपा के विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस का घोड़ा शक्तिमान बुरी तरह से घायल हो गया था। घोड़े का पैर जख्मी हो गया था। 15 मार्च को पंतनगर से आई डॉक्टरों की टीम ने उसका इलाज किया, मगर घोड़े को कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद 18 मार्च को अमेरिका की डॉक्टर जेनी मेरी बोन और मुंबई के फिरोज कंबोटा को शक्तिमान के उपचार के लिए दून में पुलिस लाइन में बुलाया गया। इलाज के दौरान शकितमान का पैर काटना पड़ा, उसे कृत्रिम पैर लगाया गया। शक्तिमान के लिए अमेरिका से दो लाख रुपये का कृत्रिम पैर मंगाया गया। 9 अप्रैल को शक्तिमान को विशेष कृत्रिम पैर लगाया गया था। इसके तीन दिन बाद शक्तिमान कृत्रिम पैर की मदद हल्के चलने भी लग गया था। बुधवार शाम पुलिस लाइन में उपचार के दौरान शक्तिमान की मौत हो गई। भाजपा के मसूरी विधायक गणेश जोशी पर इस घोड़े पर लाठी मारने का आरोप लगा, इस मामले में विधायक जोशी को जेल भी जाना पड़ा। निवर्तमान सीएम हरीश रावत ने शक्तिमान घोड़े की मौत पर गहरा दुःख जताया है। वहीं, भाजपा के प्रदेष अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि भाजपा शक्तिमान के निधन से आहत, व्यथीत और दुःखी हैं। उन्होंने कहा कि ईष्वर शक्तिमान की आत्मा को शान्ति दें। उन्होंने कहा कि वे दिल की गहराइयों से शक्तिमान को श्रद्धांजलि देते हैं।