उत्तराखंड : पूर्व आईएएस यादव की पत्नी की कभी भी हो सकती गिरफ्तारी
देहरादून। आय से अधिक संपत्ति मामले में पूर्व आईएएस रामविलास यादव के खिलाफ ढाई हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है। ढाई हजार पन्नों की चार्जशीट में आय से 2600 गुना अधिक संपत्ति का जिक्र किया गया है। साथ ही अब इस मामले में रामविलास की पत्नी कुसुम यादव की परेशानियां बढ़ने वाली हैं। कुसुम यादव की भी जल्द ही 120ठ के तहत कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। विजिलेंस के अनुसार रामविलास के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित मामले की जांच-विवेचना साल 2013 से 2016 तक की गई थी। इन तीन वर्षों में उनके संपत्ति में आज से 2600 गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने के पुख्ता दस्तावेज मिले हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गाजीपुर, नोएडा जैसे अलग-अलग स्थानों में चल-अचल संपत्ति, प्रॉपर्टी, बैंक बैलेंस, जैसे सभी संपत्तियों का जिक्र आरोप पत्र में किया गया है। विजिलेंस के मुताबिक 2019 में यूपी काडर से उत्तराखंड आने के बाद रामविलास के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया। 2019 में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। रामविलास के भ्रष्टाचार में उनकी पत्नी को 120 इ और 109 में सह आरोपी बनाकर विजिलेंस लगातार जांच पड़ताल कर रही है। जानकारी के अनुसार सबूत और साक्ष्य के आधार पर यादव की पत्नी को इस पूरे भ्रष्टाचार के खेल में कमाई गई संपत्ति को ठिकाने लगाने का साजिशकर्ता माना जा रहा है। पहले दिन से रामविलास हर पूछताछ में संपत्तियों का हिसाब किताब पत्नी कुसुम के पास होने का जिक्र कर रहे हैं। ऐसे में विजिलेंस के कई नोटिसों के बावजूद रामविलास की पत्नी कुसुम एक बार भी विजिलेंस के समक्ष पूछताछ के लिए नहीं पहुंची। ऐसे में अब उनको भी गिरफ्तार किया जा सकता है। बीते 23 जून 2022 को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में लंबी पूछताछ के बाद रिटायर्ड आईएएस रामविलास यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। फिलहाल यादव न्यायिक हिरासत में देहरादून जेल में बंद हैं। वहीं कानूनी प्रक्रिया के अनुसार इस मामले में विजिलेंस को 60 दिनों में आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल करना था, जो कर लिया गया है। अब रामविलास यादव पर कानूनी शिकंजा पूरी तरह से कस चुका है।