उत्तराखंड : भाजपा के चुनाव महाअभियान की शुरुआत 1 फरवरी से
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी 1 फरवरी से उत्तराखंड की महान जनता का आशीर्वाद पाने के लिए अपने औपचारिक चुनाव महाअभियान की शुरुआत करने जा रही है। केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी ने कहा कि इस अभियान शुरुआत के अवसर पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर समेत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक एवं सभी पूर्व मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे। इस मौके पर पार्टी की ओर से चुनावी थीम सॉन्ग और चुनावी बैनर को जारी किया गया। चुनाव प्रभारी ने बताया कि कोरोना काल में सुरक्षित चुनावी कैम्पेन के उद्देश्य से चुनाव आयोग द्धारा तय कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी 70 विधानसभाओं में जनसभा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान होने वाली वर्चुअल जनसभा में एलईडी स्क्रीन के माध्यम से भी आम लोगों की भागेदारी सुनिश्चित की जाएगी। देहारादून में हरिद्वार रोड स्थित पार्टी के मीडिया सेंटर में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए प्रहलाद जोशी ने तमाम बिंदुओं को विस्तार से रखते हुए कहा कि हमने साबित किया, डबल इंजन की सरकार विकास के लिए क्यूँ जरूरी है। उन्हांेने कहा कि आज उत्तराखंड, भगवान श्री बद्री केदार के आशीर्वाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भाजपा सरकार के नेतृत्व में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। डबल इंजन की सरकार कैसे काम करती है उसे 2017 से 2022 के दौरान उत्तराखंड में विकास की रफ्तार में महसूस किया जा सकता है। डबल इंजन के तालमेल का ही नतीजा है कि देवभूमि में डेढ़ लाख करोड़ रुपए से भी अधिक लागत की विकास परियोजनाएँ संचालित हो रही हैं। कॉंग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि देवभूमि की जनता बखूबी जानती है कि चार धाम चार काम का नारा लगाने वाली कॉंग्रेस पार्टी की सरकार आने पर एक ही काम होता है दाम वसूलना। राज्य में इनकी पार्टी के सबसे बड़े चेहरे, देश के पहले ऐसे सीएम रहे जो मुख्यमंत्री रहते स्टिंग कैमरे पर अपने ही प्रदेश को लूटने का लाइसेन्स देते नज़र आए। यही नेता एक और सीएम रहते किए अपने गलत कामों की माफी मांगते हैं वहीं दूसरी और अपनी पार्टी के साथ विकास का ज्ञान बघार कर जनता को बरगलाने का असफल प्रयास करते है। हमारी सरकार ने प्रदेश में संचालित सभी योजनाएँ ज़ीरो टोलरेंस नीति के तहत सफलतापूर्वक पूरी की हैं, लेकिन कॉंग्रेस की कमीशन सरकारें तो इस तरह लाखों करोड़ की योजनाओं के बेदाग संचालित होने की कल्पना भी नहीं कर सकती हैं। कॉंग्रेस पार्टी सुविधावादी हिन्दू बनने के साथ साथ चुनावी सैनिक प्रेमी भी बन जाती है। आज सैनिक प्रेम का पाखंड करने वाली कॉंग्रेस को बताना चाहिए उन्होने 1972 के बाद मोदी सरकार आने तक सैनिकों की सबसे अहम और वाजिब मांग वन रेंक बन पेंशन को लागू क्यूँ नहीं किया ? जिसे मोदी जी ने आते ही पूरा किया और जिसके फलस्वरूप 22 लाख सेवानिवृत सैनिक आज इसका लाभ ले रहे हैं।