उत्तराखंड : रिक्शा चालक का बेटा बना सेना में अफसर
देहरादून। जब सपने देखे है तो ईमानदारी पूर्वक मेहनत उस सपने को साकार जरूर करती है । इस बात को साबित कर दिखाया है महाराष्ट्र कोल्हापुर के धवन सार्थक ने।सेना में अफसर बने धवन सार्थक के पिता रिक्शा चालक हैं। पिता ने दिन रात एक कर बच्चों को पढ़ाया तो बच्चों ने अपने पिता की मेहनत को बेकार नहीं जाने दिया। पीओपी में शपथ लेकर धवन ने पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया।धवन सार्थक बताते हैं कि पिता शशिकांत धवन महाराष्ट्र कोलापुर में रिक्शा चलाते हैं।पिता ने दिन रात एक कार उन्हें अच्छे स्कूलों में पढ़ाया।महाराष्ट्र के सेट जोवियर स्कूल से उनकी शिक्षा हुई।बड़ा भाई लौकिक शशिकांत धवन मेकेनिकल इंजीनियर है।उन्हें और उनके भाई को पिता ने कभी यह एहसास नहीं होने दिया कि वे गरीब हैं।धवन ने कहा कि पिता ने उनके लिए दिन रात मेहनत की। उन्हें गर्व है कि उन्होंने पिता की मेहनत को जाया नहीं होने दिया।