उत्पीड़न के खिलाफ शीला रावत का धरना जारी
देहरादून। महिला कर्मी का उत्पीड़न के खिलाफ धरना प्रदर्शन आज ग्यारहवें दिन भी अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, निकट अनुराग चैक (बसन्त विहार) में जारी रहा। इस अवसर पर अनेक संगठनों के पदाधिकारियों ने अपना समर्थन दिया। उनका कहना है कि शीघ्र ही महिला कर्मचारी की बहाली नहीं की गई तो आंदोलन को तेज किया जायेगा। इस अवसर पर महिला कर्मी शीला रावत ने कहा कि निदेशक ने उनका अपमान किया है और उनका आर्थिक स्रोतः भी खत्म कर दिया है। उनका कहना है कि निदेशक ने लगातार मेरा मानसिक शोषण कर रखा है। उनका कहना है कि वह अभी तक भी अपना तानाशाही व्यवहार अपनाये हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक उन्हें ससम्मान जॉब नहीं मिल जाती, तब तक लड़ाई जारी रहेगी। उनका कहना है कि विभाग में सात वर्ष से निरन्तर कार्यरत महिला कर्मी को उत्पीड़न कर बाहर करने के निर्णय को वापस लेकर, ससम्मान विभाग में वापसी की जाये और आउट सोर्स पर तैनात सभी कर्मियों की विभाग में स्थाई नियुक्ति देने, प्रतिनियुक्ति पर तैनात निदेशक एम.पी.एस. बिष्ट पर महिला उत्पीड़न व तानाशाही को लेकर कार्यवाही की जाये। उनका कहना है कि विभाग में व्याप्त अनियमित्ताओं की निष्पक्ष जांच किये जाने एवं विभाग में महिला उत्पीड़न रोकने के लिए, वूमैन सेल का गठन करने की पुरजोर मांग की गई। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने कहा कि शीध्र ही महिला कर्मी शीला रावत की बहाली नहीं की गई तो इसके लिए सडकों पर उतरकर आंदोलन को तेज किया जायेगा। धरने के समर्थन में रजनी मलासी, कमला बहुगुणा, सुलोचना बहुगुणा, प्रिया सिल्सवाल, जयदीप सकलानी, सुशील सैनी, कुलदीप मधवाल, सत्यवीर सिंह, राजेंद्र सिंह, सुधीर बुटोला, योधराज त्यागी, रमेश रावत, उत्तम भंडारी, कुलदीप मधवाल आदि मौजूद रहे।