एक्सपो में मुख्यमंत्री ने राज्य शिल्प रत्न पुरस्कार किया प्रदान किया , जानिए ख़बर
देहरादून। विकास आयुक्त (हथकरघा), भारत सरकार द्वारा प्रायोजित ‘‘नैशनल हैण्डलूम एक्सपो’’ का आयोजन उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद उद्योग निदेशालय, देहरादून द्वारा देश के बुनकरों को विपणन सुविधा उपलब्ध कराने हेतु किया जा रहा है। यह एक्सपो 9 जनवरी तक चलेगा। नेशनल हैण्डलूम एक्सपो का शुभारंभ सोमवार को मुख्य अतिथि त्रिवेन्द्र सिंह रावत मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार व खजान दास विधायक राजपुर द्वारा उद्घाटन किया गया। नेशनल हैण्डलूम प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत उत्तराखण्ड सरकार ने हैण्डलूम में बने तीनों स्टाॅल गंगा, यमुना, सरस्वती का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। जिसमें ढोल सागर द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। एक्सपों में मुख्यमंत्री द्वारा मूर्ति मिस्त्री, टिहरी गढ़वाल, दिनेश लाल, ऊखीमठ रूद्रप्रयाग, रघुबीर सिंह खाती, ग्राम भीमतला, चमोली व मधु गुप्ता, देहरादून को उत्तराखंड राज्य शिल्प रत्न पुरस्कार वर्ष-2017 दिया गया। मूर्ति मिस्त्री पैतृक शिल्पी हैं, इनके द्वारा 1950 से शिल्पी का कार्य किया जा रहा है। मूर्ति मिस्त्री द्वारा पहाड़ी तिवारी, मन्दिर, गुलम्वर, तिवारी शिरा आदि पर काम किया जा रहा है। पिछले कुछ समय से मूर्ति मिस्त्री द्वारा पहाड़ी संस्कृति धरोहरों के छोटे-छोटे कलात्मक माॅडल बनाये गये हैं, जिसकी सांसदों, मंत्रियों एवं विधायकों द्वारा इनकी शिल्पकला को सराहा गया है।दिनेश लाल द्वारा काष्ट कला पर काम करते हैं इनके द्वारा केदारनाथ, बद्रीनाथ एवं लकड़ी की अन्य कलाकृतियां तैयार किये जाने के साथ-साथ नवयुवकों को प्रशिक्षण भी देते हैं। इनके द्वारा तैयार की गयी कलाकृतियां राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री व अन्य विशिष्ट महानुभावों को प्रदान की गयी हैं। दिनेश लाल हस्तशिल्प क्षेत्र मे जनपद स्तर में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। रघुबीर सिंह खाती जन्म से ही मूक एवं वधिर दिव्यांग होते हुए भी पाषाण कला के अनूठे एवं सिद्धहस्त शिल्पी हैं। भीमतला में विभागीय कार्यशाला स्थापित होने के कारण इनका जिला उद्योग केन्द्र से निरन्तर सम्पर्क बना रहा है। खाती साॅफ्ट स्टोन से विभिन्न मन्दिरों, देवी-देवताओं की मूर्ति के साथ-साथ राष्ट्रीय धरोहर की प्रतिकृति का निर्माण भी करते हैं। मधु गुप्ता मोतीवर्क में झूमर, तोरण, कार्टन, जैम्बो, कण्डील, बैंक, पर्स आदि डेकोरेटिव आईटम तैयार करती हैं। इनके द्वारा तैयार किये गये एक इंच से लेकर पांच फीट तक की डाॅल्स, किचन डाॅल्स, पपेट्स की काफी मांग है। देश के बुनकरो एवं प्राथमिक बुनकर सहकारी समितियों द्वारा जो उच्च स्तरीय हथकरघा उत्पादों का उत्पादन करते हैं, के द्वारा एक्सपो में प्रतिभाग किया जा रहा है। गत वर्षों से देहरादून का नैशनल हैण्डलूम एक्सपो देश में अपनी एक विशिष्ट छाप छोड़ने में सफल रहा है।
इस वर्ष इस आयोजन में उत्तराखण्ड राज्य के अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, नई दिल्ली, पंजाब, गुजरात, ओड़ीसा, उत्तरप्रदेश, आंध्र प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक एवं तमिलनाडु आदि कुल 15 राज्यों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। एक्सपो में देहरादून सहित राज्य के विभिन्न भागों के लोगों द्वारा यहां सम्पूर्ण भारत वर्ष से आये हुये विशिष्ट हथकरघा उत्पादों को बड़ी उत्सुक्ता से क्रय किया जाता है। क्योंकि एक्सपो में हथकरघा उत्पादों की बहुत बड़ी रेंज उपलब्ध होती है, देहरादून के लोग प्रतिवर्ष बड़ी उत्सुक्ता से इस आयोजन की प्रतीक्षा करते हैं। एक्सपों में इस वर्ष भी विभिन्न राज्यों के शाॅल, जयपुरी रजाई, कांजीवरम सिल्क, बनारसी साड़ियां, बेडशीट, बेडकवर, ऊनी पश्मीना शाॅल, टोपी कालीन, शाॅल आदि देहरादूनवासियों के लिए उपलब्ध हैं।