ऐसा घोटाला , शर्म से सिर झुक जाए
अरुण कुमार यादव (संपादक)
केदारनाथ में आपदा को आए हुए दो साल होने वाले है लेकिन आज भी सब कुछ ठीक ठाक नही चल रहा है | जिस तरह से केदारनाथ आपदा घोटाले का जीन बाहर आया है उससे तो यही प्रतीत होता है की इंसानियत की लौ अधिकारियो के दिल से बुझ चुकी है|घोटाले बहुत से हुए पर इंसानियत को झकझोर देने वाला केदारनाथ आपदा घोटाला देवभूमि के के लिए शर्म की बात है |जिस समय पूरे देश में लोगो की सहानभूति और मदद अपरम्पार थी उसी समय राज्य के अधिकारियो द्वारा घोटाले सेट करने में लगे हुए थे |सरकार निष्पक्ष जाच कर या सीबीआई जाच के द्वारा उन अधिकारियो को दंड दे जिससे इतनी शर्मसार कर देने वाला घोटाला दुबारा जेहन में भी न आए|राज्य के विकास में घोटालो का रोड़ा खत्म कर एक सुंदर देवभूमि की ओर अग्रसर हो सके |