कभी दौड़ी नंगे पैर, अब हिमा दास के नाम पर बिकते है जूते
नई दिल्ली | हिंदुस्तान की “गोल्डन गर्ल” के नाम से जानने वाली हिमा दस रुकने का नाम नहीं ले रही। भारतीय धावक हिमा दास ने शनिवार को एक और गोल्ड जीता। यह उनका 20 दिन में 5वां गोल्ड है। चेक रिपब्लिक में हुई नोवे मेस्टो नाड मेटुजी ग्रां प्री में हिमा ने 400 मीटर की रेस 52.09 सेकंड में पूरी की। यह उनका सीजन का बेस्ट टाइम है। वहीं, 400 मीटर हर्डल्स में एमपी जाबिर ने गोल्ड मेडल जीता। मोहम्मद अनस ने ब्रॉन्ज मेडल, जबकि निर्मल टॉम ने सिल्वर जीता। हिमा दास असम के नगांव जिले के धिंग गांव की रहने वाली हैं। 18 साल की हिमा एक साधारण किसान परिवार से आती है। पिता चावल की खेती करते हैं और वह परिवार के 6 बच्चों में सबसे छोटी है। जानकारी हो कि एक समय था जब हिमा दास के पास जूते खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। लेकिन अपनी मेहनत के बूत आज दुनिया के सबसे बड़े स्पोर्टस ब्रांड ADIDAS में हिमा के नाम से जूता बिकता है। जर्मन स्पोर्ट्स ब्रांड एडिडास की भारतीय शाखा ने न केवल भारतीय एथलीट हिमा दास को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया है बल्कि उनके दोनों पैरों के लिए एक जूता भी बनाया है जिसमें वह 12 उंगलिया डाल सकती हैं। हिमा दास जल्द ही एडिडास के मल्टीमीडिया विज्ञापन में दिखेंगी जिसमें वह देश के अन्य एथलीट्स को जीतने के लिए प्रेरित करेंगी। एक समय था जब हिमा के पास महंगे स्पोर्टस शूज खरीदने के लिए पैसे नहीं थे लेकिन आज हिमा ने इतिहास रख दिया।