कलाकारों से नहीं होने देंगे कोई भेदभाव : चन्द्रवीर गायत्री
देहरादून। उत्तराखंड फिल्म टेलीविजन एंड रेडियो एसोसिएशन के केन्द्रीय अध्यक्ष चन्द्रवीर गायत्री ने कहा है कि प्रदेश में शीघ्र उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद का गठन किया जाए और कलाकारों को उचित सम्मान दिया जाये। कलाकारों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव स्वीकार नहीं किया जायेगा। उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अभी हाल में प्रदेश के छह कलाकारों की दुर्घटना में मौत हुई है और केवल एक कलाकार के परिजनों को सहायता राशि दी गई जबकि सरकार को सभी कलाकारों के परिजनों को सहायता राशि दी जानी चाहिए। पूर्ववर्ती सरकार में गठित किये गये परिषद को वर्तमान सरकार ने भंग कर दिया है। उनका कहना है कि प्रथम उत्तराखंडी फिल्म एवं संगीत निर्माता निर्देशक एवं कलाकार प्रोत्साहन सम्मन समारेाह तथा कलाकार निर्देशनी आदि के आयोजन की तैयारी की हुई थी, लेकिन परिषद को भंग कर दिया गया। उनका कहना है कि आज उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत व पहचान को संरक्षित रखने वाले फिल्म निर्माता निर्देशक एवं कलाकार सरकार की ओर से होने वाले सम्मान समारोह की ओर देख रहे है लेकिन अभी तक इस ओर किसी भी प्रकार की कोई कार्ययोजना तैयार नहीं की गई। उन्हांेने कहा कि राज्य में उत्तराखंड कलाकार कल्याण कोष की स्थापना की जाये और प्रदेश के समस्त कलाकारों, फिल्म निर्माओं, निर्देशकों की श्रेणीबद्ध कलाकार निर्देशनी बनाई जाये और संस्कृति विभाग से कम से कम 21 हजार रूपये मासिक मानदेय प्रदान किया जाये। उनका कहना है कि पूर्ण कालिक समर्पित कलाकारों को उत्तराखंड राज्य संस्कृति लोक सेनानी का दर्जा दिया और 21 हजार रूपये मासिक मानदेय संस्कृति विभाग की ओर से प्रदान किया जायेगा और इन मांगों पर एक माह तक कोई कार्यवाही नहीं होती है तो आंदोलन किया जायेगा। इस अवसर पर वार्ता में संस्थापक अध्यक्ष प्रदीप भंडारी, कांता प्रसाद, बंशीला, रमेश नौडियाल, राजेश रावत, टीकेन्द्र कपरवाण, दीपक पंवार, अमर देव गोडियाल आदि मौजूद थे।