कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव पद से हरीश रावत का इस्तीफा
देहरादून । उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने भी पद से इस्तीफा दे दिया। इसकी जानकारी उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट डालकर दी। पोस्ट में हरीश रावत ने भविष्य में कांग्रेस की रणनीति के संकेत भी दिए हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि हरीश रावत 2022 में उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी के दमदार प्रदर्शन की तैयारी में जुटने जा रहे हैं। किन्तु कुछ पार्टी सूत्रों का यह भी कहना है कि यह हरीश की राजनीतिक रणनीति का एक हिस्सा हो सकता है। फेसबुक में डाली गई पोस्ट में हरीश रावत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार एवं संगठनात्मक कमजोरी के लिए हम पदाधिकारीगण उत्तरदायी हैं। उन्होंने कहा कि असम में पार्टी द्वारा अपेक्षित स्तर का प्रदर्शन न कर पाने के लिए प्रभारी के रूप में मैं उत्तरदायी हूं। मैंने अपनी कमी को स्वीकारते हुए अपने महामंत्री के पद से पूर्व में ही त्यागपत्र दे दिया। पार्टी के लिए समर्पित भाव से काम करने के लिए मेरी स्थिति के लोगों के लिए पद आवश्यक नहीं है, लेकिन प्रेरणा देने वाला नेता आवश्यक है। उसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह भी है कि हरीश रावत दोबारा से उत्तराखण्ड संगठन की बागडोर संभालने के लिए पार्टी आलाकमान पर दबाव बना रहे थे। चर्चा के अनुसार जहां प्रीतम सिंह गुट हरीश रावत को उत्तराखण्ड में कांग्रेस को हाशिए पर पहुँचाने का जिम्मेदार मान रहा है तो वहीं हरीश रावत गुट उत्तराखण्ड में कांग्रेस को खत्म करने की वजह पार्टी के भीतर की अंतर्कलह को मान रहे है। गौरतलब है कि हरीश रावत के इस्तीफा देने की खबर न तो पाटी्र आलाकमान का कोई पदाधिकारी बताने का तैयार है न ही खुद हरीश रावत गुट के उत्तराखण्ड के किसी कार्यकर्ता और पदाधिकारी को इस बात का पता है। इसलिए राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पार्टी की चुनाव में माली स्थित को देखते हुए हरीश उत्तराखण्ड में कुछ नया गेम प्लांट कर सकते हैं।