कुमार पर विश्वास पर मीडिया पर अविश्वास
मशहूर कवि कुमार विश्वास पर जिस तरह से मीडिया के द्वारा प्रश्नो की बौछार पड़ रही है शायद ऐसे ही प्रश्नो की बौछार देश की तरक्क़ी के लिए होती तो कुछ तो सुकून होता | जितनी गंभीरता से मीडिया ऐसे समाचार को ब्रेकिंग बनाती है शायद कुछ ऐसे समाचारो को ब्रेकिंग बनाते जो बेईमानो की किला ध्वस्त करने में सहायक होती जो अमीर और गरीब के साथ साथ अमीरी और गरीबी के फासलों में अंतर ला सके जो कतार में सबसे अंतिम में खड़ा इंसान अपनी हक़ के लिए बाहे फैलाये हुए है उसको उसका हक दिल सके| मीडिया देश में देश की जनता से जुडी हर एक खबरों को दिखाते जहा पर रहने के लिए छत नहीं है , खाने के लिए एक वक्त का अन्न नहीं है जहा पर बाहुबली नेता दस दस बलात्कार और हत्या किये हुए है | मीडिया को देश का एक खुद अच्छा जनप्रतिनिधि बनना चाहिए जिससे देश के विकास, जनता का हक आदि को पूर्ण करने में पूर्ण रूप से सच्चा योगदान दे सके |
अरुण कुमार यादव (संपादक)