कृषकों को होगा चकबंदी से फायदा-सीएम
देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को परेड ग्राउण्ड देहरादून में राज्य स्तरीय गोष्ठी एवं फार्म मशीनरी बैंक मेले में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कृषि यंत्रों, विभिन्न प्रकार के फलों, सब्जियों एवं स्थानीय उत्पादों पर लगाई गई आजीविका से जुड़ी प्रर्दशनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने प्रदेश के सभी 13 जिलों के 13 स्वयं सहायता समूहों को फार्म मशीनरी बैंक के लिए लगभग एक करोड़ रूपये के चैक वितरित किये। इस अवसर पर उन्होंने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 तक कृषकों की आय दुगुनी करने, सबका अपना घर, प्रत्येक घर में बिजली, पानी और शौचालय की व्यवस्था का जो संकल्प लिया है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए हम सबको अपना योगदान देना होगा। किसानों के कल्याण के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कृषि और उससे सम्बन्धित कार्यों के लिए जितना बजट प्रदेश को पिछले 17 वर्षों में मिला था उससे अधिक बजट राज्य को अगले तीन सालों के लिए मिला है। राज्य सरकार द्वारा पण्डित दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता कृषि कल्याण योजना के तहत लघु एवं सीमान्त कृषकों को मात्र 02 प्रतिशत ब्याज पर एक लाख रूपये तक का ऋण दिया गया। जिसके तहत सवा लाख किसानों को लगभग 600 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है। उन्होंने कहा कि फार्म मशीनरी बैंको से उपकरणांें की उपलब्धता होगी तथा कृषक उत्पादों की वैल्यू एडिशन में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में छोटी एवं बिखरी जोतों पर चकबंदी से कृषकों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि गांवों के किसान चकबंदी के लिए आपस में भूमि संटवारा “बदलना” कर सकते हैं, जिसके लिए सरकार तैयार है। उन्होंने कहा कि ऐरोमेटिक प्लांट एवं ट्यूबलर खेती से अच्छी आय अर्जित की जा सकती है, एरोमेटिक प्लांट को बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में अधिकतर खेती वर्षा पर आधारित है। पानी की आवश्यकता दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। जल संचय की ओर हमें विशेष ध्यान देना होगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर विशेष बल देने की जरूरत है। कृषि के क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का प्रयोग एवं स्थानीय उत्पादों का वैल्यू एडिशन करना जरूरी है।