कैदियों को स्वालम्बी बनाने के लिये करनी होगी नई पहल : डीएम
अल्मोड़ा। कैदियों को स्वालम्बी बनाने के लिये हम सबको एक नई पहल करनी होगी। यह बात जिलाधिकारी ईवा आशीष ने ऐतिहासिक जेल अल्मोड़ा में एस0बी0आई0 के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के तत्वाधान में जेल में चलाये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि जिला उद्योग केन्द्र द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में 21 पुरूश कैदियों को डिब्बा बनाने व 09 महिला कैदियों को सिलाई-बुनाई प्रषिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कैदियों द्वारा बनाये जा रहे डिब्बों को व्यापार मण्डल से बात कर बाजार में बेचने की व्यवस्था की जायेगी ताकि कैदी रोजगार से जुड सके। जिन कैदियों का सजा का समय कम रह गया है वे इस प्रषिक्षण से काफी खुष है उनका कहना है कि इससे हमें रोजगार मिलेगा और हम आत्मनिर्भर बन सकेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि इस तरह की पहल अपने आप में एक अनूठी पहल है इससे जहां एक ओर कैदी रोजगार से जुडेगे वही दूसरी ओर उनकी आय बढेगी वही वह अपने समय का सद्प्रयोग कर पायेंगे साथ ही उनका गलत प्रवृति की ओर ध्यान न जाय इसलिये भी यह पहल की गयी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह के और भी प्रषिक्षण चलाये जायेगे ताकि कैदी अधिक से अधिक स्वरोजगार से जुड सके। जिलाधिकारी इस अवसर पर जेल में महिला कैदियों के साथ रह रहे छोटे बच्चों को खिलौने व पाव दर्द से पीड़ित कैदियों को नि-कैप भी वितरित किये। इस अवसर पर जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक दीपक मुरारी ने कहा कि जिलाधिकारी की प्रेरणा से ही हम इस कार्य को करा रहे है। इस तरह के अभिनव प्रयोग के सफल होने पर उद्योग विभाग की ओर से भविश्य में अन्य कार्यक्रम भी चलाने का प्रयास करेंगे। आर0सेटी के निदेषक पी0सी0 जोषी ने कहा कि जनपद में यह अपने आप का एक नया प्रयोग है जिसकी एक नई षुरूआत जनपद में षुरू की गयी है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक सहित अन्य लोग उपस्थित थे।