गंगा हाफ मैराथन दौड़ में देहरादून के सुरेश पटेल को प्रथम स्थान
गंगा हाफ मैराथन दौड़ को आम जनता का पूरा सहयोग मिलेगा। इस मैराथन दौड़ को प्रत्येक वर्ष व्यवस्थित तरीके से किया जायेगा। यह मैराथन दौड़ सामुहिक पहचान के रूप में जानी जायेगी जिसका मुख्य उद्देश्य जल बचाओ जीवन बचाओ के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना है। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जल बचाओ जीवन बचाओ, स्वच्छ गंगा स्वच्छ उत्तराखण्ड, गंगा हाफ मैराथन/रन फाॅर फन के शुभारम्भ के अवसर पर विकास भवन रोशनाबाद में कही। मुख्यमंत्री ने सभी धावकों की सफलता की कामना करते हुए उपस्थित जन समूह एवं धावकों को माॅ गंगा की स्वच्छता निर्मलता बनाये रखने तथा जल संरक्षण की शपथ दिलाई। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने गंगा रन फाॅर फन गंगा हाफ मैराथन दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह हाफ मेराथन दौड़ विकास भवन रोशनाबाद से प्रारम्भ होते हुए देवपुरा चैक से होते हुए सी.सी.आर पर समाप्त हुई। जिसमें सभी आयुवर्ग के प्रतिभागियों ने भाग लिया। गंगा हाफ मेराथन दौड़ पूर्ण होने के पश्चात मेला नियंत्रण भवन में धावको के पुरस्कार वितरण के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा हाफ मैराथन/रन फाॅर फन का मुख्य उद्देश्य गंगा की सफाई, जल संरक्षण एवं संवर्द्धन की ओर ध्यान आकर्षित करना और लोगों में जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने कहा कि जल के बिना जीवन की कामना नहीं की जा सकती। इसलिए जल का संवर्द्धन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस हाॅफ मैराथन का मुख्य उद्देश्य देश भर गंगा की स्वच्छता का संदेश देना एवं पर्यावरण की रक्षा करना है। इस दौड़ में देश भर से लगभग 800 धावकों ने प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा हाफ मैराथन दौड़ का आयोजन अब प्रत्येक वर्ष बड़े स्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय धावकों के साथ किया जायेगा। जिसमें बच्चे, नौजवान एवं बुजुर्ग हिस्सा लेंगे।