गति फाउंडेशन का उत्तराखंड सड़क दुर्घटनाओं पर डॉक्यूमेंटेशन , जानिये ख़बर
देहरादून | देहरादून स्थित थिंक टैंक गति फाउंडेशन की उत्तराखंड मे सड़क दुर्घटनाओं पर आधारित डॉक्यूमेंटेशन रिपोर्ट स्टडिंग द रोल ऑफ मीडिया इन रिर्पोटिंग रोड एक्सीडेंट इन उत्तराखंड जारी की गई है। इस रिपोर्ट को एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अशोक कुमार ने जारी किया। गति फाउंडेशन के अनूप नौटियाल ने बताया कि 19 अप्रैल 2017 को देहरादून जिले के त्यूणी में हुई एक सड़क दुर्घटना में 45 लोगों की मौत होने के बाद फाउंडेशन ने यह डॉक्यूमेंटेशन शुरू किया था। इसके बाद अप्रैल से दिसंबर 2017 के दौरान हुई 100 दुर्घटनाओं को लेकर समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों का डॉक्यूमेंटेशन किया गया। उन्होंने बताया कि समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के अनुसार इन दुर्घटनाओं में जो प्रमुख कारण सामने आए हैं, उनके आधार पर कुछ तात्कालिक और कुछ दीर्घकालिक सुझाव जारी किये गए हैं। अनूप नौटियाल के अनुसार सड़क दुर्घटनाओं और उनमें होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण सड़कों की स्थिति ठीक न होना है। इसके अलावा ओवरलोडिंग, सावधानी न बरतना, वाहनों की स्थिति ठीक न होना, ओवर स्पीड और दुर्घटना के बाद घायलों को मेडिकल हेल्प न मिलना मौतों में वृद्धि के प्रमुख कारण है। अनूप नौटियाल के अनुसार 235 पेज की यह डॉक्यूमेंटेशन रिपोर्ट उत्तराखंड के विभिन्न समाचार पत्रों, उनके संपादकों और संवाददाताओं को समर्पित है. इसमें गति फाउंडेशन ने अपनी तरफ से कोई अध्ययन नहीं किया है, बल्कि सिर्फ विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों का डॉक्यूमेंटेशन किया है। डॉक्यूमेंटेशन रिपोर्ट को जारी करते हुए एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अशोक कुमार ने इसे गति फाउंडेशन का एक सराहनीय प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि अखबारों में छपी खबरों को अगले दिन आमतौर पर लोग भूल जाते हैं, लेकिन गति फाउंडेशन ने सड़क दुर्घटनाओं पर लगभग सभी प्रमुख समाचार पत्रों की खबरों का डॉक्यूमेंटेशन करके इसे एक ऐसे दस्तावेज का रूप दिया है, जो आने वाले समय में बहुत काम आने वाला है। एडीजी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं पुलिस और प्रशासन के लिए वर्तमान समय में एक बड़ी चुनौती बन गई हैं। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि रोड एक्सीडेंट्स में हताहत होने वालों में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। उन्होंने ओवरलोडिंग, ओवर स्पीड और ड्रंक एंड ड्राइव को सड़क दुर्घटनाओं की सबसे वजह बड़ी वजह बताया और कहा कि यदि इन तीनों स्थितियों पर नियंत्रण किया जाए तो सड़क दुर्घटनाओं में आश्चर्यजनक रूप से कमी आ सकती है। इस रिपोर्ट को जारी किए जाने के अवसर पर गति फाउंडेशन के ऋषभ श्रीवास्तव, प्यारेलाल, सूरज जैस्वाल सहित कई अन्य लोग मौजूद थे।