गरीबी , महगाई और विकास के प्रति सहिष्णुता तो दिखाओ माननीयों
अरुण कुमार यादव (संपादक)
हमारा देश अनेकता में एकता जैसे स्वरूपो को अनेको बार पूरे विश्व के सामने प्रदर्शित किया है | फिर भी देश में असहिष्णुता और सहिष्णुता को लेकर देश का माहोल इन्ही के बीच फसाने की कोशिश नेताओ द्वारा किया जा रहा है |अब संसद को ही देख ले जिस संसद में जनता के लिए नेताओ द्वारा नीतिया और जनता से जुडे अनेक मुद्दों पर बहस के साथ साथ कानून बना कर बिल पास होने चाहिए वहाँ पर ऐसी बहस चल रही है जो न तो जनता को महँगाई से छुटकारा दिला पाएगी और न ही विकास के रास्ते बन पाएंगे |समझना और समझाने का दौर संसद में सांसद एक ऐसे मुद्दे को लेकर ढोल पिट रहे है जिससे न तो गरीबो का पेट भरेगा और न ही विकास जो आश लगाये देश की जनता बैठी है |संसद के प्रतिनिधि इस पर अमल कर धर्म का पाठ न पढे और न ही पढाये बल्कि विकास और गरीबी दूर करने का जनता के प्रति किये वादों का धर्म निभाये |