गैरसैंण राजधानी को लेकर विपक्ष का हंगामा
गैरसैंण। दूसरे दिन की शुरूआत विपक्ष के गैरसैंण में विधानसभा सत्र के हंगामे के साथ हुई। कांग्रेस विधायक गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग को लेकर सदन तक नारे लगाते हुए पहुंचे। गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने को लेकर भाजपा और कांग्रेस विधायकों के बीच सदन के बाहर नोकझोंक हुई। कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए विधानसभा की ओर बढ़े तो बीजेपी विधायकों ने उन्हें गेट पर रोक दिया। इस बीच विधायकों के बीच नोकझोंक और खींचतान भी हुई। वहीं भाजपा विधायकों ने भी जवाबी नारेबाजी की। भराड़ीसैंण विधानसभा के प्रवेश द्वार तक पैदल पहुंचे कांग्रेस विधायकों ने जोरदार नारेबाजी की। आज दो अभी दो-गैरसैंण राजधनी दो, के नारे लगाते हुए उन्होंने विधानसभा के विधानसभा के गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार गैरसैंण के नाम पर राज्य की जनता के साथ छलावा कर रही है। कांग्रेस विधायक आज दो अभी दो गैरसैंण राजधानी दो के नारे लगाए और गैरसैंण-गैरसैंण करते हुए विधानसभा गेट की ओर बढ़े ही रहे थे। उन्होंने गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करने के नारे लगाए। मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस के विधायकों को भवन की ओर आते देख भाजपा विधायक गेट पर खड़े हो गए और उन्होंने कोंग्रेस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस विधायक नेता प्रतिपक्ष डा इंदिरा हृदयेश के नेतृत्व में जैसे ही कांग्रेस गेट पर पहुंचे तो दोनों ही दलों के विधायक आमनेघ्-सामने आ गए। एक दूसरे के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करने लगे। इस दौरान बीजेपी विधायकों ने कांग्रेस विधायकों को आगे बढ़ने से रोक दिया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार गैरसैंण को लेकर राज्य की जनता के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने गैरसैंण को स्थायी राजधानी के तौर पर विकसित कर लिया था, लेकिन भाजपा मिनी सचिवालय का शगूफा दे रही है। उन्होंने मांग की की सरकार गैरसैंण को तत्काल स्थाई राजधानी घोषित करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदन में इसके लिए काम रोको प्रस्ताव लेकर आएगी। सरकारी प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि सरकार पहले ही ग्रीष्मकालीन राजधानी की ओर बढ़ रही है। गैरसैण का विकास सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजधानी के नाम पर राजनीति कर रही है। यदि कांग्रेस गैरसैंण को राजधानी बनाना चाहती तो कब की राजधानी बन जाती। कांग्रेस की ओर इंदिरा हृदयेश, प्रीतम सिंह, हरीश धामी, करन माहरा, मनोज रावत, राजकुमार, फुरकान अहमद समेत सभी विधायक शामिल थे। जबकि बीजेपी की ओर से राजकुमार ठुकराल, पुष्कर धामी, संजय गुप्ता, सुरेश राठौर आदि विधायक गेट पर आमने-सामने थे। कांग्रेस गैरसैण पर नियम 310 यानी सभी काम रोक कर चर्चा की मांग कर रही है। इस कारण सदन में हंगामा जारी है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सभी को सुना जाएगा। सत्र के दौरान भी कांग्रेस विधायक नारे लगाते रहे। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष कांग्रेस ने गैरसैण को राजधानी बनाने का मुद्दा उठाया। स्पीकर के नियम 58 के तहत ग्राह्यता पर चर्चा की अनुमति देने पर कांग्रेस विधायक शांत हुए। इसके बाद चर्चा आरंभ हुई। इस दौरान स्पीकर ने विधानसभा में लगभग एक दर्जन विधेयकों के अधिनियम बनने की घोषणा की। साथ ही सरकार ने 13 विधेयक पेश किए।