‘गोल्डन गर्ल’ हिमा दास की एंडोर्समेंट फीस 3 हफ्ते में हुई डबल

नई दिल्ली | यूरोप में एक महीने के भीतर भारतीय धावक हिमा दास ने लगातार पांचवां गोल्ड मेडल जीता | गोल्ड मेडल जीतने के बाद तीन हफ्तों के भीतर ही हिमा दास की एंडोर्समेंट फीस दोगुनी हो गई। हिमा का एक्सक्लूसिव तौर पर प्रतिनिधित्व करने वाली स्पोर्ट्स मैनेजमेंट फर्म आईओएस के मैनेजिंग डायरेक्टर नीरव तोमर ने बताया, ‘पिछले तीन हफ्तों में लगातार शानदार प्रदर्शन करने की वजह से हिमा की ब्रैंड वैल्यू दोगुनी हो गई है। ब्रैंड एंडोर्समेंट का सीधा जुड़ाव प्रदर्शन और सेलिब्रिटी के नजर आने से जुड़ा होता है। उनकी दुनियाभर में सभी प्लेटफॉर्म पर चर्चा हो रही है।’ असम की 19 वर्षीय तेज धावक फीस एक ब्रैंड के लिए सालाना 30-35 लाख रुपये थी, जो अब 60 लाख रुपये सालाना पहुंच गई है। नीरव ने बताया कि आईओएस अब हिमा के लिए वॉच ब्रैंड, टायर, एनर्जी ड्रिंक ब्रैंड, कुकिंग ऑयल और फूड जैसी कैटेगरी के ब्रैंड से नई डील के लिए बात कर रहा है। फिलहाल, हिमा के मौजूदा एंडोर्समेंट में एडिडास स्पोर्ट्सवियर, एसबीआई, इडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज और नॉर्थ-ईस्ट की सीमेंट ब्रैंड स्टार सीमेंट शामिल हैं। इंडस्ट्री पर नजर रखने वाले और टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियों का कहना है कि भारत में किसी अन्य खेल के मुकाबले क्रिकेट खिलाड़ियों की फीस काफी ज्यादा है। हालांकि, अब अन्य खेलों के खिलाड़ियों के लिए स्थिति तेजी से बदल रही है। हिमा भारत में किसी स्पोर्ट्स ऐथलीट की ब्रैंड वैल्यू में सबसे तेज बढ़ोतरी है। ह्यूलेट पैकर्ड और पेप्सिको में मार्केटिंग के हेड रहे और बिजनेस और मार्केटिंग स्ट्रैटेजिस्ट लॉयड मैथायस मैथायस का कहना है, ‘ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर हिमा की हालिया सफलताएं असाधारण हैं। वह अगले साल होने वाले ओलिंपिक में और भी ज्यादा सफलता के लिए तैयार हैं। क्रिकेट के अलावा दूसरे खेल के खिलाड़ियों को भी क्रिकेटरों की तरह सम्मान और स्पॉन्सरशिप मिलनी चाहिए।’ महेंद्र सिंह धोनी इसके एक उदाहरण हैं। अपनी कप्तानी में 2007 और 2011 में वर्ल्ड कप जिताने वाले धोनी एक साल के एंडोर्समेंट के अमूमन 5-8 करोड़ रुपये लेते हैं।