ग्रीन गंगा, क्लीन गंगा को लेकर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन
डोईवाला | ग्रीन गंगा क्लीन गंगा संस्था औऱ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद डोईवाला इकाई के संयुक्त तत्वाधान में राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज , इठारना में ग्रीन गंगा, क्लीन गंगा और विद्यार्थी अनुशासन विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया । आयोजित निबंध प्रतियोगिता में 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्रों ने हिस्सा लिया।निर्णायक मंडल द्वारा विजेताओं की घोषणा की गई। जिसमें सिमरन पुंडीर ने प्रथम, अभिषेक मनवाल ने द्वितीय और आशीष रतूड़ी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । विजेता छात्र-छात्राओं को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया । इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य उम्मेद सिंह तनवार ने कहा कि कि रोजगारोन्मुखी चिंतन के रास्ते पर चलकर ही विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का सही विकास होगा। आज की बदलती दुनिया में चुनौतियां बहुत हैं। समस्याएं भी बहुत हैं और अभिभावकों की अपेक्षाएं भी बहुत हैं। इन सभी समस्याओं का सामना केवल एक तरफा पढ़ाई-लिखाई के बल पर ही संभव नहीं है। जरूरत इस बात की है कि विद्यार्थी अभी से इन बातों पर विचार करें और अपने लिए रास्तों की तलाश करें। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व जिला संयोजक अंकित तिवारी ने कहा कि एबीवीपी में नए विचारों को रोका नहीं जाता। यहां जो भी नए प्रयोग छात्र करना चाहते हैं उसके लिए छात्र व कार्यकर्ता स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा कि परिषद निरंतर नई ऊंचाइयों को छू रही है।उद्यमिता मूलत: एक विचार-प्रक्रिया है। इसमें विद्यार्थी अपनी शक्ति को पहचानना सीख जाता है और अपने भीतर की उस शक्ति से संबंध जोड़ लेता है। इससे जीवन में वह कभी असफल नहीं होता। आज का विद्यार्थी सौभाग्यशाली है इसके सामने जीवन में आगे बढ़ने के अनेक विकल्प खुले हैं। यदि विद्यार्थी अपनी संभावनाओं को सीख लें और उस पर काम करना शुरू कर दें तो रोजगार पाना कठिन नहीं रह जाता। उद्यमिता की चेतना रोजगार के विकल्प खोलने की चेतना है और उसकी शुरूआत अभी से होनी चाहिए। संस्था के मुकेश कृषाली ने छात्र-छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया।इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक कुलदीप सिंह सैनी, नरेंद्र सिंह गुलेटी, पी०एल० भट्ट,बरसाती राम वर्मा, हेमंत कुमार जोशी आदि स्टाफ और छात्र-छात्राएं मौजूद थे ।