छोटी सी दुकान चलाने वाले की बेटी अमेरिका में बनी वैज्ञानिक
एक छोटे से घर में माता-पिता के साथ रहने वाली अनुराधा गुप्ता गोंडा के पटेल नगर इलाके में निवास है । जहा उनके पिता राम सुंदर गुप्ता छोटी सी स्टेशनरी दुकान चलाते हैं। वही माता सत्यवती गुप्ता गृहणी है। पिता राम सुंदर गुप्ता के अनुसार वह बचपन से ही वैज्ञानिक बनना चाहती थीं। कक्षा आठ तक उन्होंने मोहनलाल मेमोरियल स्कूल गोंडा स्कूल में पढ़ाई की थी | मोहनलाल मेमोरियल स्कूल की प्रबंधक उषा श्रीवास्तव के अनुसार अनुराधा बचपन से ही तेज दिमाग की लड़की थी जो अपने लक्ष्य को पाने के लिए हमेशा उत्साहित रहती थी। कक्षा 9 से 12 तक अनुराधा ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में पढ़ाई की थी। उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय गोंडा से बीएससी किया था। इसके बाद अनुराधा ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से भौतिक विज्ञान में एमएससी किया था। अनुराधा ने टाटा इंस्टीट्यूट से पीएचडी किया और फिर अमेरिका स्थित पेंसिलवेनिया स्टेट विश्वविद्यालय में भौतिक वैज्ञानिक बनी हैं। वर्तमान समय में वह अमेरिका के उन वैज्ञानिकों के समूह में काम कर रही हैं जो गुरुत्वाकर्षण मे नोबेल पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। डा. अनुराधा गुप्ता के अनुसार कोई भी लक्ष्य इरादों से बड़ा नहीं होता है। साधारण परिवार से भी कोई अपने लक्ष्य को पा सकता है। जरूरत केवल दृढ़ विश्वास और कड़ी मेहनत की है।