जनसंवाद यात्रा चलाएगी हस्तक्षेप संस्थाः बिष्ट
देहरादून। उत्तराखण्ड के प्रवासियों ने पलायन, भ्रष्टाचार और राजनेताओं की महत्वाकांक्षाओं की भेंट चढ़ते उत्तराखण्ड को बचाने के लिए जनसंवाद यात्रा की मुहिम चलायी है। इसके जरिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। लोगों का अवगत कराया जाएगा कि नेताओं और अधिकारियों के गठजोड़ ने किस प्रकार विकास में भ्रष्टाचार का घालमेल कर दिया है, जिसके चलते आम आदमी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए हस्तक्षेप संस्था के केसर सिंह बिष्ट ने कहा कि 27 मई से संस्था मुम्बई, दिल्ली, चण्डीगढ़ व अन्य शहरों के प्रवासी उत्तराखण्ड के स्वाभिमान और अस्मिता के सवाल को लेकर राज्य में संवाद यात्रा की शुरूआत कर रहे हैं। जिसका मकसद देश-विदेश में रह रही 60 प्रतिशत उत्तराखण्ड की आबादी को राज्य के गांव-कस्बों में रह रहे 40 प्रतिशत निवासी उत्तराखण्डियों के हक-हकूक की लड़ाई से जोड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासियों का उद्देश्य है कि उत्तराखण्ड की पहचान देवस्थान, फौज, हरी-भरी वादियां हमेशा सुरक्षित रहे। संवाद यात्रा के बारे में उन्होंने बताया कि 27 मई को रिस्पना पुल के समीप स्थित होटल जेएसआर काॅन्टीनेंटल में सुबह 11 बजे सभा का आयोजन किया जायेगा। ऋषिकेश में इसी दिन शाम चार बजे नटराज सिनेमा के निकट एक वेडिंग प्वाइंट में सभा होगी। 28 मई को श्रीनगर में, 29 को रूद्रप्रयाग में, 30 मई को चमोली में सभा करने के बाद देहरादून वापसी होगी। उन्होंने बताया कि 31 मई को यात्राओं की समीक्षा होगी और आगे की रणनीति तय की जायेगी। इसके साथ ही संस्था के कुछ साथी द्वितीय चरण की जनसंवाद यात्रा की अग्रिम तैयारियों के लिए हल्द्वानी, खटीमा, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ व डीडीहाट रवाना होंगे।