जानें यहाँ ,फागुन में औरतें क्यों मारती हैं लाठी
यहां होली के साथ होली सेलिब्रेशन की शुरुआत हो गई है और यहां लठमार होली प्रारम्भ हो गई है. दुनियाभर में मशहूर बरसाना की लठमार होली में महिलाएं पुरुषों को लाठी से मारती हैं और पुरुष खुद को ढाल से बचाते हैं. होली 13 मार्च को है. राधिका की नगरी बरसाना में आठ दिन पहले से ही होली का शुभारंभ हो गया है. एक महीने पहले से ही इस लठमार होली की तैयारी महिलाएं शुरू कर देती हैं. एक महीने पहले ही दूध, बादाम आदि पौष्टिक पदार्थों का सेवन शुरू कर देती हैं, जिससे वह लगातार बिना थके डेढ़-दो घंटे तक लाठी चला सकें.दरअसल, बरसाना राधा के गांव के रूप में जाना जाता है. वहीं 8 किलोमीटर दूर बसा है भगवान श्रीकृष्ण का गांव नंदगांव. इन दोनों गांवों के बीच लठमार होली की परंपरा सदियों से चली आ रही है. इसके पीछे मान्यता है कि बरसाना श्रीकृष्ण का ससुराल है और कन्हैया अपनी मित्र मंडली के साथ ससुराल बरसाना में होली खेलने जाते थे.