जिसका किया अंतिम संस्कार पता चला की वो जिंदा है…
करछी के ग्रामीणों ने जंगल में मिले एक व्यक्ति के शव को अपने गांव के युवक का शव समझकर दाह संस्कार कर दिया। दाह संस्कार के बाद परंपरा के अनुसार क्रिया कर्म में भी परिजन बैठ गए, लेकिन अब पता चला है कि मृतक युवक करछी गांव का नहीं, बल्कि घाट ब्लॉक के स्यारी बंगाली का है। मृतक के परिजनों ने तपोवन पटवारी चौकी में तहरीर देकर करछी गांव के सभी ग्रामीणों पर हत्या का आरोप लगाया है। घटना के बाद राजस्व पुलिस ने करछी गांव के श्मशान घाट पहुंचकर युवक के अधजले शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय लाया जा रहा है। जोशीमठ ब्लॉक के करछी गांव निवासी रमेश सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह गांव के ऊपर बुग्यालों में बकरियों के साथ रहता था। उसी बुग्याल में बकरियों के साथ घाट ब्लॉक के स्यांरी बंगाली का रहने वाला 37 वर्षीय कलम सिंह पुत्र रूपचंद्र सिंह भी रहता था।