जिस कोर्ट में पिता बेचा करते थे चाय उसी कोर्ट में बेटी बनी जज
जालंधर |मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा और चाहत हो तो कोई भी मुश्किल आपका रास्ता नहीं रोक सकती है। ऐसा ही सच साबित कर दिखाया जज के पद पर पहुंची स्थानीय मोहल्ला संतोखगढ़ निवासी चाय बेचने वाले सुरिंद्र कुमार की बेटी श्रुति ने। श्रुति की शुरूआती पढाई बहुत ही कठनाईयो भरा रहा | श्रुति ने 12वीं कक्षा की पढ़ाई स्टेट पब्लिक स्कूल से की। एल.एल.बी. रिजनल सैंटर गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी लद्देवाली से जबकि एल.एल.एम. पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला से किया । परिजनों द्वारा बताया गया कि घर की आर्थिक हालत अच्छी न होने के कारण श्रुति के पिता ज्यादा पढ़ाई नहीं कर सके, लेकिन उनके मन में अपने बच्चों को पढ़ाकर कुछ बनाने की ललक की लौ को आर्थिक मुसीबतें भी धीमी नहीं कर सकीं। आज उनकी सबसे बड़ी बेटी श्रुति ने न केवल पी.सी.एस. ज्यूडीशरी की परीक्षा (एस.सी.) कैटागिरी में पास हुई , बल्कि पंजाब में पहला स्थान भी प्राप्त किया। बेटी की इस उपलब्धि पर श्रुति के पिता सुरिंद्र कुमार और माता शीतला फूले नहीं समा रहे। श्रुति ने कहा की मेरी सफलता के पीछे अपने माता-पिता व ताया तीर्थ राम जी है। श्रुति द्वारा ऐसे परस्थितियों में जज बनना दूसरों के लिए प्रेणना स्रोत के बराबर है |